
गीताली की इस उपलब्धि पर उनका इमोशनल रिएक्शन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे रिजल्ट देखकर खुशी के आंसू बहाती नजर आ रही हैं।
अनोखी तैयारी की रणनीति
गीताली की तैयारी कई मायनों में अनोखी रही। उन्होंने 24 घंटे पढ़ाई करने या फिक्स्ड स्टडी ऑवर्स पर विश्वास नहीं किया। बल्कि, डेली टास्क पूरा करने और पर्याप्त ब्रेक लेने पर फोकस किया। “मैं घंटों की गिनती नहीं करती थी, बस रोज का टारगेट पूरा करती थी,” गीताली ने कहा। वे मैथ्स की बहुत शौकीन हैं और क्वांटिटेटिव टेक्नीक्स सेक्शन में उनका प्रदर्शन सबसे बेहतरीन रहा।
क्लास 11 से ही लॉ में रुचि विकसित हुई, जब वे पॉलिटिकल साइंस, सिविक्स और डिबेटिंग में सक्रिय हुईं। ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम चुनने वाली गीताली का सपना नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLU) बेंगलुरु में एडमिशन लेना है, जहां की प्रतिष्ठा उन्हें सबसे ज्यादा आकर्षित करती है। लंबे समय में वे कॉर्पोरेट लॉ की ओर जाना चाहती थी।

पिछले वर्षों में पुरुषों का दबदबा तोड़ा
पिछले कुछ वर्षों में CLAT टॉप रैंक्स पर ज्यादातर लड़कों का कब्जा रहा। गीताली की इस सफलता ने लड़कियों के लिए प्रेरणा का काम किया है। वे कहती हैं, “लॉ में महिलाओं का योगदान अक्सर नजरअंदाज होता है, लेकिन यह मिथक है।”
CLAT 2026 का आयोजन 7 दिसंबर को हुआ था। कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज ने 16 दिसंबर को रिजल्ट घोषित किए। अब काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसमें टॉपर्स को प्राथमिकता मिलेगी। गीताली की सफलता राजस्थान और पूरे देश के छात्रों के लिए बड़ा प्रेरणास्रोत बन गई है।

