Meerut News: एंटी करप्शन की टीम ने बीते दिन यानी 5 दिसंबर को बस स्टैंड पुलिस चैकी प्रभारी विजयपाल सिंह को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद चैकी प्रभारी को इंचैली थाने ले गई और पूछताछ की। युवक को बंधक बनाकर मारपीट के मामले में एसआई आरोपी को गंभीर धाराओं में जेल भेजने की धमकी दे रहा था। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने आरोपी एसआई को संस्पेड कर दिया।
इस मामले में एसआई ने मांगी थी रिश्वत
बता दें कि मवाना के मोहल्ला कल्याण सिंह निवासी नौशाद पुत्र वहीद ने 15 अक्तूबर 2024 को थाने में समर उर्फ सोनू, अमान, शाबाज व चार अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि उसका पुत्र अयान बाइक से अपने मामा के घर जा रहा था। आरोपियों ने रास्ते में आयान को घेर लिया। उन्होंने कहीं जाने के लिए जबरन बाइक मांगी। बाइक देने से मना करने पर जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। घसीटते हुए उसे बेकरी में ले गए। तीन घंटे बेकरी में बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट की। इस दौरान अयान की जेब से 6500 रुपये भी गिर गए। अयान गंभीर अवस्था में बेकरी में पड़ा मिला था।
पाउडर लगे नोट सोनू ने एसआई को दिए
मालूम हो कि आरोपी सोनू को कोर्ट से जमानत मिल गई थी। आरोप है कि इसके बाद दरोगा सोनू को गंभीर धाराओं में जेल भेजने की धमकी दे रहा था। सोनू ने एंटी करप्शन थाने में बस स्टैंड पुलिस चैकी प्रभारी विजयपाल के खिलाफ शिकायत की थी। बृहस्पतिवार दोपहर एंटी करप्शन की टीम सोनू के साथ मवाना पहुंची। यहां पाउडर लगे नोट सोनू को दिए। सोनू ने जैसे ही बस स्टैंड पुलिस चैकी प्रभारी विजयपाल सिंह को 10 हजार रुपये बतौर रिश्वत के थमाए, तभी टीम ने धर दबोचा। एंटी करप्शन की टीम प्रभारी अंजू भदौरिया ने बताया कि इंचैली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वहीं रंगेहाथ पकड़े जाने के बाद भी दरोगा बोला, मैं बेकसूर हूं, छोड़ दो।
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