पहली शिकायत: डीपफेक पोर्न वीडियो
शनिवार को हैदराबाद साइबरक्राइम पुलिस में दर्ज पहली शिकायत में चिरंजीवी ने कहा कि कम से कम तीन पोर्न वेबसाइट्स पर उनके चेहरे को एक अश्लील वीडियो में सुपरइंपोज़ करके दिखाया जा रहा है, जिसमें वे एक बॉलीवुड अभिनेत्री के साथ हैं। ये वीडियो पूरी तरह काल्पनिक और एआई से बने हैं। इन्हें मिरर वेबसाइट्स पर भी फैलाया जा रहा है और इनसे कमाई की जा रही है।
शिकायत में कहा गया: “ये वीडियो मेरे निजता, प्रतिष्ठा और गरिमा के अधिकार का सीधा उल्लंघन हैं, जो संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत संरक्षित हैं। ये मेरे दशकों के सद्भावना को नष्ट कर रहे हैं और मेरे परिवार व मुझे गहरी मानसिक पीड़ा दे रहे हैं।”
उन्होंने 26 सितंबर को हैदराबाद सिटी सिविल कोर्ट से मिले अंतरिम निषेधाज्ञा का हवाला भी दिया, जिसमें डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को उनके नाम, फोटो या व्यक्तित्व का व्यावसायिक उपयोग करने से रोका गया है।
पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67, 67A, भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 79, 294, 296(4), 336(4) और अश्लील महिला चित्रण अधिनियम की धारा 2(c), 3, 4 के तहत मामला दर्ज किया।
दूसरी शिकायत: सोशल मीडिया पर गाली-गलौज
सोमवार को दूसरी शिकायत में चिरंजीवी ने बताया कि सोशल मीडिया हैंडल “@chowdary_daya11” और अन्य अनाम यूजर्स द्वारा तेलुगु में अश्लील गालियाँ दी जा रही हैं। उन्होंने कहा, “कोर्ट के आदेश के बावजूद मुझे स्टॉक किया जा रहा है। ये अपमानजनक भाषा मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा रही है और मुझे ट्रॉमा हो रहा है।”
कानूनी और सामाजिक चिंता
चिरंजीवी के वकील ने इसे “संगठित साइबर अपराध नेटवर्क” बताया जो व्यावसायिक लाभ के लिए काम कर रहा है। अभिनेता ने तत्काल जांच, कंटेंट ब्लॉक करने और अपराधियों की पहचान की मांग की है।
डीपफेक तकनीक के दुरुपयोग का यह मामला सेलिब्रिटीज़ की निजता और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल उठाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे कंटेंट से न केवल व्यक्तिगत जीवन प्रभावित होता है बल्कि समाज में गलत धारणा भी बनती है।

