Noida Chilla Elevated: नोएडा और दिल्ली के बीच आवागमन करने वाले लाखों यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। चिल्ला बॉर्डर ;दिल्ली से नोएडा में एंट्रीद्ध से महामाया फ्लाईओवर, नोएडा तक बन रहे चिल्ला एलिवेटेड रोड से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि सेक्टर 15ए वाली सड़क और महामाया फ्लाईओवर के आसपास के क्षेत्र में लगने वाले भीषण ट्रैफ़िक जाम से भी बड़ी राहत मिलेगी।
परियोजना की मुख्य खूबियाँ
लंबाई और लेन: यह एक लगभग 5.9 किलोमीटर लंबा और छह लेन वाला एलिवेटेड कॉरिडोर है।
लागतरू इस परियोजना पर लगभग ₹892 करोड़ की अनुमानित लागत आएगी।
उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य दिल्ली.नोएडा लिंक रोड, खासकर पीक आवर्स ;व्यस्त समयद्ध में ट्रैफ़िक की भीड़ को कम करना है।
कनेक्टिविटी: यह एलिवेटेड रोड चिल्ला रेगुलेटर ;दिल्ली से शुरू होकर नोएडा एक्सप्रेसवे के पास महामाया फ्लाईओवर पर समाप्त होगा।
ट्रैफ़िक जाम में कमीरू ऐसे मिलेगी राहत
बता दें कि दिल्ली से नोएडा में प्रवेश करने वाले वाहनों को सेक्टर 14ए, 15ए और फिल्म सिटी के पास भारी जाम का सामना करना पड़ता है। जिससे महामाया फ्लाईओवर तक पहुँचने में अक्सर एक घंटा तक लग जाता है। चिल्ला एलिवेटेड रोड इन बॉटलनेक ;संकरी गलियोंद्ध को प्रभावी ढंग से खत्म कर देगारू
सीधा और निर्बाध मार्ग: यह एलिवेटेड रोड यातायात को दिल्ली से सीधे नोएडा.ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे तक पहुंचने में मदद करेगाए जिससे नीचे की सड़क पर चल रहे स्थानीय ट्रैफ़िक को बायपास किया जा सकेगा।
इंटरचेंज की योजना: महामाया फ्लाईओवर के पास एम्स की तर्ज पर एक इंटरचेंज बनाने की भी योजना है। इससे चिल्ला एलिवेटेड रोड को एक अन्य प्रस्तावित एक्सप्रेसवे ,कालिंदी कुंज से यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा सकेगा।
आसान निकास और प्रवेश ;एलिवेटेड रोड पर कई रैंप और लूप होंगेए जिससे वाहन चालकों को सेक्टर 14ए 15ए 16 और 18 जैसे प्रमुख स्थानों से आसानी से एंट्री और एग्जिट मिल सकेगी। उदाहरण के लिए, मयूर विहार से आने वाला ट्रैफ़िक सीधे नोएडा.ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की ओर जा सकेगा।
दैनिक यात्रियों को मिलेगी राहत: अनुमान है कि इस परियोजना से रोजाना 10 लाख से अधिक यात्रियों को लाभ होगा। जिन्हें दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, सेक्टर 37, कालिंदी कुंज और फरीदाबाद की ओर जाने में कम समय लगेगा। इस एलिवेटेड रोड के पूरा होने से नोएडा के प्रवेश द्वार पर ट्रैफ़िक का दबाव काफी कम हो जाएगा। जिससे महामाया फ्लाईओवर और नोएडा एक्सप्रेसवे पर सुगम और तेज गति से यातायात संभव हो सकेगा।

