Chief Minister: केरल में 896 किलोमीटर लंबी 31 नई सड़क अवसंरचना परियोजनाएं शुरू होंगी :गडकरी

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Chief Minister: कोच्चि: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि केरल में 896 किलोमीटर लंबी 50,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 31 नई सड़क अवसंरचना परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। श्री गडकरी शुक्रवार को यहां दो दिवसीय इन्वेस्ट केरल ग्लोबल समिट में एक सत्र को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन के पहले दिन के कार्यक्रमों में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल तथा कौशल विकास मंत्री जयंत चौधरी ने भी भाग लिया।

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श्री गोयल ने एक सत्र को संबोधित करते हुए कहापलक्कड़ में 3,800 करोड़ रुपये के निवेश से एक एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर स्थापित किया जाएगा। कोच्चि के लुलु बोलगट्टी इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में इन्वेस्ट केरल ग्लोबल समिट का उद्घाटन केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने किया।
केंद्रीय मंत्री गोयल उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। श्री जयंत चौधरी ने एक सत्र को क संबोधित किया, जबकि श्री नितिन गडकरी वर्चुअली इस सत्र में शामिल हुए। श्री गोयल ने संबोधन में भारत की उल्लेखनीय विकास गति को व्यक्त करते हुए कहा, “भारत वैश्विक आर्थिक विकास में 16 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। हम पिछले 10 वर्षों में 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। अनुमान है कि 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। श्री गोयल ने देश की प्रगति में राज्यों के योगदान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जब भारत तेजी से प्रगति कर रहा है तो केरल कैसे पीछे रह सकता है। श्री गोयल ने कहा…चाहे वह पर्यटन हो, विनिर्माण हो या रसद, हर क्षेत्र में केरल विकास में सबसे आगे है।”

उन्होंने कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का जिक्र करते हुए केरल की उद्यमशीलता की भावना का भी जश्न मनाया, जो इस वर्ष अपनी 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। उन्होंने उस अनूठे उद्यम को याद किया, जहां 12,000 एनआरआई शेयरधारक हवाई अड्डे की स्थापना के लिए 300 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए एक साथ आए थे, जो केरलवासियों की उद्यमशीलता की उत्कृष्टता को दर्शाता है।
श्री गोयल ने वैश्विक प्रतिभा पूल में राज्य के योगदान की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक संख्या में विज्ञान प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग और गणित के स्नातक पैदा करता है, जिनमें से 43 प्रतिशत महिलाएं हैं। उन्होंने कहा, “हमारी बहनें और बेटियां भारत की विकास कहानी में सबसे आगे हैं। भारत अगले 25 वर्षों में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की तलाश कर रहा है, और हम चाहते हैं कि अधिक महिलाएं औपचारिक अर्थव्यवस्था में भाग लें।”

मंत्री ने कहा कि पलक्कड़ में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर, एक स्मार्ट औद्योगिक टाउनशिप 3,800 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित किया जा रहा है। इस पहल से केरल की औद्योगिक क्षमता को बढ़ावा मिलेगा और महत्वपूर्ण निवेश आकर्षित होंगे। केरल के प्रमुख आर्थिक क्षेत्र, पर्यटन का उल्लेख करते हुए श्री नितिन गडकरी ने कहा कि पर्यटन भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 6.5% का योगदान देता है, जो 3.4 करोड़ नौकरियों का समर्थन करता है। वर्ष 2034 तक सकल घरेलू उत्पाद में इस सेक्टर का योगदान 7.6% तक पहुंचने की उम्मीद है, जिससे 6.5 करोड़ रोजगार सृजित होने की संभावना है। उन्होंने आयुर्वेद और योग में केरल की ताकत को रेखांकित किया, जो वैश्विक आगंतुकों को आकर्षित करते हैं, उन्होंने जल, बिजली, सड़क, परिवहन और संचार में निरंतर बुनियादी ढांचे के विकास की आवश्यकता पर बल दिया।

बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर देते हुए, श्री गडकरी ने खुलासा किया कि केरल में 896 किलोमीटर को कवर करते हुए 50,000 करोड़ रुपए की लागत वाली 31 नई सड़क बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इस बड़े निवेश का उद्देश्य राज्य की कनेक्टिविटी को बढ़ाना और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने केरल को ‘विकास का प्रवेश द्वार’ बताया। उन्होंने कहा कि केरल शिक्षा और कौशल विकास में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है, राज्य में 6,200 स्टार्टअप उभरे हैं, 5,800 करोड़ रुपए के निवेश आकर्षित हुए हैं और हाल के वर्षों में 62,000 नौकरियां पैदा हुई हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह गति जारी रहेगी, जिसका लक्ष्य 2026 तक इसे और आगे बढ़ाना है।

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने अपने उद्घाटन भाषण में राज्य के बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा,“केरल में 6,200 स्टार्टअप उभरे हैं, जिन्होंने 5,800 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित किया है और 62,000 नौकरियां पैदा की हैं। हमारा लक्ष्य 2026 तक इसे और आगे बढ़ाना है, ताकि केरल नवाचार और उद्यमिता का एक प्रमुख केंद्र बन सके।” केरल सरकार द्वारा विभिन्न उद्योग समूहों के साथ साझेदारी में इन्वेस्ट केरल ग्लोबल समिट का आयोजन किया जाता है। इस समिट का उद्देश्य उद्योग, प्रौद्योगिकी और उद्यमिता जैसे विविध क्षेत्रों में नए निवेश को आकर्षित करना है।

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