Chhapra News: बिहार के छपरा में एक नया विवाद सामने आया है, जहां स्थानीय भाजपा नेत्री राखी गुप्ता और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव की एक कथित AI-जनरेटेड फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। इस फोटो के वायरल होने के बाद राखी गुप्ता ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने इसे उनकी छवि को धूमिल करने की साजिश बताया है।
जानकारी के अनुसार, वायरल फोटो में राखी गुप्ता और तेजस्वी यादव को आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है। राखी गुप्ता का दावा है कि यह फोटो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाई गई है और इसका उद्देश्य उनकी सामाजिक और राजनीतिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने इस मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ साइबर क्राइम के तहत कार्रवाई की मांग की है।
राखी गुप्ता का बयान
राखी गुप्ता ने कहा, “यह फोटो पूरी तरह से फर्जी और AI से बनाई गई है। कुछ लोग मेरी छवि को बदनाम करने के लिए इस तरह की साजिश रच रहे हैं। मैंने थाने में शिकायत दर्ज कर दी है और पुलिस से इस मामले की गहन जांच की मांग की है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
पुलिस की कार्रवाई
छपरा पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और साइबर सेल को जांच सौंप दी गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वायरल फोटो की तकनीकी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसे किसने और कैसे बनाया। साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस फोटो को शेयर करने वालों की भी पहचान की जा रही है।
तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया
इस मामले में तेजस्वी यादव ने भी बयान जारी कर इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा, “भाजपा की IT सेल लगातार AI का दुरुपयोग कर मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है। यह फोटो भी उसी साजिश का हिस्सा है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं और कानूनी कार्रवाई की मांग करता हूं।”
राजनीतिक विवाद
इस घटना ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। RJD ने इसे भाजपा की “गंदी राजनीति” का हिस्सा बताया है, जबकि भाजपा नेताओं ने इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए इसे विपक्ष की साजिश करार दिया है। स्थानीय भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा, “राखी गुप्ता हमारी पार्टी की समर्पित कार्यकर्ता हैं। यह उनके खिलाफ एक सुनियोजित हमला है, जिसकी हम निंदा करते हैं।”
AI के दुरुपयोग पर चिंता
यह मामला एक बार फिर AI तकनीक के दुरुपयोग को लेकर चर्चा में ला रहा है। हाल के महीनों में बिहार में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां AI का इस्तेमाल कर फर्जी वीडियो और फोटो बनाकर लोगों को बदनाम करने की कोशिश की गई। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानूनी और तकनीकी उपायों की जरूरत है।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की जांच तेजी से की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। फिलहाल, यह विवाद छपरा और बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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