मेसी का ‘जी.ओ.ए.टी. (ग्रीटेस्ट ऑफ ऑल टाइम) इंडिया टूर 2025’ का पहला पड़ाव कोलकाता था, जहां सुबह करीब 11:30 बजे वे स्टेडियम पहुंचे। उनके साथ लुइस सुआरेज और रोड्रिगो डे पॉल जैसे सितारे भी थे। स्टेडियम में 1.10 लाख से अधिक प्रशंसक जमा थे, लेकिन आयोजकों, वीआईपी, राजनेताओं और सेल्फी लेने वालों की भारी भीड़ ने मेसी को घेर लिया। फैंस का आरोप है कि टिकटों की कीमत 5,000 से 25,000 रुपये तक थी, लेकिन मेसी ने स्टेडियम का चक्कर लगाया ही नहीं। कुछ ने तो शाहरुख खान और सौरव गांगुली के साथ इंटरैक्शन की उम्मीद की थी, जो अधर में लटक गई।
करीब 11:52 बजे मेसी को सुरक्षा कारणों से स्टेडियम से बाहर निकाल लिया गया, जिसके तुरंत बाद हंगामा शुरू हो गया। वीडियो फुटेज में प्रशंसक मैदान में घुसते, अस्थायी संरचनाओं को तोड़ते और आग लगाते दिखे। बाहर भी हजारों फैंस ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
घटना के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुख्य आयोजक सतद्रु दत्ता को हिरासत में ले लिया। दत्ता मेसी के साथ अर्जेंटीना टीम के प्रमुख सहयोगी थे, और उनकी गिरफ्तारी से टूर के बाकी चरणों—हैदराबाद और मुंबई—पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने घटना को ‘कोलकाता के खेल प्रेमियों के लिए काला दिन’ करार देते हुए सरकार को कड़ी निर्देश दिए। उन्होंने न्यायिक जांच, टिकट राशि की वापसी, आयोजक के बैंक खाते पर फ्रीज, क्षतिग्रस्त सार्वजनिक संपत्ति के लिए मुआवजा और भविष्य के बड़े आयोजनों के लिए एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) बनाने की मांग की। राज्यपाल ने ड्रोन, एआई और रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती जैसे कदमों पर जोर दिया।
ममता बनर्जी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, “मैं साल्ट लेक स्टेडियम में आज हुई खराब व्यवस्था से गहरी रूप से आहत और स्तब्ध हूं। मैं स्वयं स्टेडियम जा रही थी, लेकिन यह दुखद घटना हो गई। मैं लियोनेल मेसी, खेल प्रेमियों और प्रशंसकों से दिल से माफी मांगती हूं।” उन्होंने रिटायर्ड जस्टिस अशिम कुमार राय की अगुवाई में जांच समिति गठित करने की घोषणा की, जिसमें मुख्य सचिव और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शामिल होंगे। समिति जिम्मेदारी तय करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाएगी।
इससे पहले, मेसी ने सुबह ही लेक टाउन के श्री भूमि स्पोर्टिंग क्लब में अपनी 70 फुट ऊंची आयरन स्टैचू का वर्चुअल अनावरण किया, जिसमें वे फीफा वर्ल्ड कप ट्रॉफी थामे दिख रहे हैं। यह स्टैचू 40 दिनों में बनाई गई और दुनिया की सबसे बड़ी मेसी स्टैचू मानी जा रही है। पश्चिम बंगाल मंत्री सुजीत बोस ने कहा कि मेसी और उनकी टीम स्टैचू से खुश हैं। 2011 के बाद मेसी का यह दूसरा भारत दौरा है, जब वे साल्ट लेक में ही अर्जेंटीना की ओर से वेनेजुएला को 1-0 से हराने वाली दोस्ताना मैच खेल चुके थे।
प्रशंसकों का गुस्सा सोशल मीडिया पर भी फूट पड़ा। एक्स पर वीडियो वायरल हो रहे हैं, जहां फैंस चिल्ला रहे हैं, “हम मेसी चाहते हैं!” एक यूजर ने लिखा, “5 हजार का टिकट लिया, लेकिन वीआईपी संस्कृति ने सब बर्बाद कर दिया।” दूसरी ओर, शाहरुख खान का मेसी से मिलना चर्चा का केंद्र बना, जहां उनके बेटे अबराम ने भी दिल जीता।
मेसी का अगला पड़ाव हैदराबाद है, जहां वे आज शाम 4 बजे पहुंचेंगे। टूर के आयोजक उम्मीद कर रहे हैं कि बाकी चरण सुचारू रहें, लेकिन कोलकाता की घटना ने भारत में भीड़ प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि 2025 में भारत में हुई आठ भगदड़ों में 127 मौतें इसी खराब प्लानिंग का नतीजा हैं। अब सवाल यह है कि क्या यह हंगामा मेसी के पूरे टूर को प्रभावित करेगा, या कोलकाता के फुटबॉल प्रेमी जल्द ही अपनी निराशा भुला पाएंगे?

