न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में गूंजा ‘हरे राम, हरे कृष्णा’ का भजन, भक्तों ने मनाया आध्यात्मिक उत्सव

New York Times Square: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के हृदयस्थल टाइम्स स्क्वायर पर रविवार को ‘हरे राम, हरे कृष्णा’ भजन की धुन गूंज उठी। हजारों भक्तों ने इस मंत्र का जाप करते हुए एक आध्यात्मिक समारोह आयोजित किया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। यह घटना हिंदू धर्म के प्रसिद्ध महामंत्र ‘हरे कृष्णा, हरे राम’ की वैश्विक अपील को दर्शाती है, जो अंतरराष्ट्रीय कृष्ण चेतना सोसाइटी (ISKCON) के माध्यम से दुनिया भर में फैला हुआ है।
टाइम्स स्क्वायर, जो दुनिया के सबसे व्यस्त और चमकदार स्थानों में से एक है, वहां भक्तों ने नारंगी वस्त्र धारण कर मंत्रोच्चार किया। वीडियो फुटेज में दिखाई दे रहा है कि भक्त ढोल, मृदंग और करतालों के साथ नाचते-गाते हुए माहौल को भक्तिमय बना रहे थे। यह समारोह संभवतः नवरात्रि के उत्साह से प्रेरित था, जब न्यूयॉर्क में गरबा और अन्य पारंपरिक आयोजन हो रहे हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने ट्वीट किया, “शहर जो कभी सोता नहीं, वहां हरे कृष्णा के जाप से शांति का आलम छा गया।”

इस घटना की शुरुआत कैसे हुई, इस बारे में ISKCON के इतिहास को देखें तो यह आश्चर्यजनक नहीं लगती। 1966 में ISKCON के संस्थापक एकसील प्रभुपाद ने न्यूयॉर्क के टॉम्पकिंस स्क्वायर पार्क में पहला सार्वजनिक कीर्तन आयोजित किया था, जहां ‘हरे कृष्णा’ मंत्र का जाप शुरू हुआ। तब से यह मंत्र अमेरिका में हिंदू आध्यात्मिकता का प्रतीक बन गया। आज टाइम्स स्क्वायर जैसे स्थानों पर नियमित रूप से ऐसे कार्यक्रम होते हैं, जहां भक्त न केवल जाप करते हैं बल्कि भगवद्गीता जैसी पुस्तकों का वितरण भी करते हैं। जून 2025 में भी यहां रथ यात्रा का हिस्सा था, जो इस परंपरा को जीवंत रखता है।

सोशल मीडिया पर इस वीडियो को हजारों व्यूज मिल चुके हैं। ईकोनॉमिक टाइम्स ने इसे ‘टाइम्स स्क्वायर में हरे राम हरे कृष्णा का गूंजना’ बताते हुए कवर किया, जबकि जी न्यूज ने भक्तों के भजन को हाइलाइट किया। मनीकंट्रोल हिंदी ने इसे वायरल वीडियो करार दिया। यह घटना भारतीय संस्कृति की वैश्विक पहुंच को रेखांकित करती है, जहां भक्ति का संदेश आधुनिक दुनिया के बीचों-बीच पहुंच रहा है।

ISKCON के अनुसार, ‘हरे कृष्णा’ मंत्र भगवान कृष्ण की भक्ति का सरल माध्यम है, जो तनावपूर्ण जीवन में शांति प्रदान करता है। यदि आप भी इसमें शामिल होना चाहें, तो न्यूयॉर्क के ISKCON मंदिर या आने वाले रथ यात्रा कार्यक्रमों पर नजर रखें। यह केवल एक भजन नहीं, बल्कि एक वैश्विक आंदोलन का हिस्सा है जो सदियों पुरानी परंपरा को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है।

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