चैनल के मालिक ने प्रोपर्टी डीलर के साथ मिलकर फर्जी तरीके के बेची फैक्टरी, साढे 9 करोड़ डकारे, डीलर गिरफ्तार, बाकी फरार

Noida Fraud Case: नोएडा सेक्टर 6 में एक फैक्टरी का सौदा कर चैनल के मालिक व प्रॉपर्टी डीलर होने साढे 9 करोड़ रुपये ठगे हैं। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब बैंक की एनओसी वेरीफाई कराई तो वो फर्जी निकली। दरअसल पहले यहाँ से एक चैनल चल रहा था। लेकिन प्रधानमंत्री व अन्य कई मंत्रियों के साथ फोटो एडिट कर अपने फोटो साथ लगा कर लोगों से ठगी करने के आरोप में चैनल मालिक का बेटा जेल जा चुका है। थाना सूरजपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तब से चैनल का मालिक खुद भी भी ठगी करने की फिराक में था। उसने कुछ प्रॉपर्टी डीलरों को अपनी फैक्टरी बेचने के लिए कहा पहले तो प्रॉपर्टी डीलरों ने खुद सौदा किया। उसके बाद अशोक कुमार नामक व्यक्ति से साढे 9 करोड़ ले लिए। जब दीपक गुप्ता ने बैंक की एनओसी चेक कर आई तो वो फर्जी निकली, क्योंकि इस फैक्टरी पर बैंक का करोड़ों रुपये का लोन चल रहा है। अब बैंक की इस को नीलाम करने वाले हैं। काफी समय पहले चैनल भी बंद हो चुका है।
थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर व बैंक की फर्जी एनओसी बनाने वाले गैंग के 1 सदस्य को गिरफ्तार किया है।

एडीसीपी शैव्या गोयल ने बताया कि दिनांक 18.07.2025 को थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस द्वारा संकलित सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुये वादी से फर्जी दस्तावेजों की कूटरचित कर वादी से 9 करोड़ 44 लाख रुपए की धोखाधड़ी/ठगी करने वाले अभियुक्त जीशान अली पुत्र इफितीकार अली को नोएडा गौतमबुद्धनगर से गिरफ्तार किया गया है।

ऐसे दिया धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम
पुलिस के मुताबिक दिनांक 17 अक्टूबर 2024 को अशोक कुमार निवासी दिल्ली ने थाना फेस 01 पर धोखाधड़ी और आई.टी. एक्ट का मुकदमा पंजीकृत कराया। जिसमें साइबर अपराधियो द्वारा नोएडा सेक्टर-6 में औद्योगिक सम्पत्ति के दस्तावेजो की कूटरचित कर वादी को विश्वास मे लेकर प्लाट विक्रय के एडवान्स के रुप मे 9,44,00,000 रुपए की लेकर धोखाधड़ी की गई।

’पूछताछ में आरोपी जीशान ने कबूला सच
आरोपी ने पूछताछ करने पर बताया गया कि उसने अपने साथियों के साथ एक राय होकर अशोक कुमार को विश्वास मे लेकर प्लाट से संबंधित बैंक की फर्जी एनओसी तैयार कर, छल पूवर्क विश्ववास दिलाकर कूटरचित दस्तावेजो को दिखाकर प्लाट विक्रय के एडवान्स के रुप 9,44,00,000 रुपये प्राप्त कर लिये एवं अपने सहयोगी साथियो को प्रदान किया। जिसमे अभियुक्त को कमीशन के रुप मे 50 लाख रुपये मिले थे। अब पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जहीर अहमद, विशाल गुप्ता, और जहीर का बेटा फरार है।

 

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