Noida Bank CEO Fraud: नोएडा में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें बैंक के सीईओ ने ग्राहक की प्रोपर्टी हड़प ली। पूरा मामला लोन से शुरू हुआ और अब एफआईआर हो चुकी है। दरअसल, लोन की इन्सटॉलमेंट जमा करने के बाद भी प्रॉपर्टी सील कर दी। अब धोखाधड़ी करने के मामले में नोबल कॉपरेटिव बैंक के सीईओ, मैनेजर समेत नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोप है कि बैंक के सीईओ ने प्रॉपर्टी सील कराकर अपनी पत्नी के नाम रजिस्ट्री करा दी। इस मामले में कोतवाली सेक्टर-24 पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। नोबेल बैंक के सीईओ पर इससे पहले भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं।
55 लाख रुपये का लिया था लोन
नोएडा के रहने वाले कालू सिंह चैहान ने पुलिस से शिकायत की है कि उन्होंने सेक्टर-22 स्थित नोबल को-ऑपरेटिव बैंक (Noble Co-operative Bank) से 2018 से 2019 के बीच 55 लाख रुपये का लोन लिया था। 2021 में कोविड के वक्त वह कुछ किस्त जमा नहीं कर पाए थे। इस दौरान केंद्र सरकार के निर्देश के बाद भी बैंक के अफसरों ने उनके दोनों लोन अकाउंट का एनपीए घोषित कर दिया। इस मामले में जानकारी होने पर वह बैंक गए और उन्होंने बताया कि 2023 तक अपने सभी पुराने बकाए दे चुका हूं। आगे की किस्तें भी समय से जमा कर रहे हैं। बैंक को लगातार किस्त देने के बाद भी उनकी सेक्टर-100 की प्रॉपर्टी को सील कर लिया। इसके बाद बैंक के सीईओ विजय शर्मा ने इसी बैंक की मैनेजर हेमलता के नाम पर 2024 में रजिस्ट्री कर दी। इस प्रॉपर्टी को कम कीमत में ही रजिस्ट्री की गई है।
इनके खिलाफ हुई रिपोर्ट
इस मामले में बैंक के सीईओ विजय कुमार, मैनेजर हेमलता शर्मा, राघव भारद्वाज, गोविंद भारद्वाज, रमेश चंद्र गुप्ता, मेहर सिंह, रोहन कुमार पांडेय समेत अन्य पर केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि बैंक का सीईओ बाइक बोट घोटाले में जेल गया था और जेल से आने के बाद इस तरह की गतिविधियों में शामिल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

