घटना सुबह करीब 6 बजे की बताई जा रही है, जब स्टेशन के मुख्य गेट के बाहर खड़ी एक कार (संभवतः मारुति सुजुकी मॉडल) में अचानक धुआं उठने लगा। चश्मदीदों के अनुसार, इंजन से निकले धुएं के साथ ही पेट्रोल टैंक में दो जोरदार धमाके हुए, जिससे कार आग का गोला बन गई। आसपास खड़े ऑटो-रिक्शा चालक और स्टेशन से निकल रहे सैकड़ों यात्री घबरा गए। कई लोग भागने लगे, जबकि कुछ ने मोबाइल पर वीडियो बनाना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर घटना के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जहां आग की लपटें और धमाकों की आवाज साफ सुनाई दे रही है।
स्थानीय निवासी ललित जावला ने बताया, “मैं स्टेशन के पास ही था, जब पहला धमाका हुआ तो लगा कोई बम फटा है। कार पूरी तरह जल रही थी, और दूसरा धमाका होने पर सब भाग खड़े हुए। स्टेशन स्टाफ ने तुरंत अलार्म बजाया और हमें सुरक्षित जगह पर ले गए।” एक अन्य यात्री ने कहा कि ऑटो चालक घबरा गए थे, क्योंकि आग तेजी से फैल रही थी और स्टेशन का मुख्य प्रवेश द्वार प्रभावित हो सकता था।
सूचना मिलते ही दमकल विभाग की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फायर ब्रिगेड ने करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई, लेकिन चालक या यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या इंजन ओवरहीटिंग को आग का कारण माना जा रहा है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और कार मालिक का बयान दर्ज किया जा रहा है।
यह घटना टाटानगर रेलवे स्टेशन के लिए एक चेतावनी है, जहां रोजाना हजारों यात्री आवागमन करते हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारियों ने स्टेशन परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की घोषणा की है, जिसमें CCTV कवरेज बढ़ाना और फायर टेंडर की तैनाती शामिल है। याद रहे, स्टेशन का पुनर्विकास कार्य चल रहा है, जिसके तहत वर्ल्ड क्लास सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं सुरक्षा प्रोटोकॉल की कमजोरी उजागर करती हैं।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे पार्किंग क्षेत्र में वाहनों की जांच करवाएं और स्टेशन आने से पहले हेल्पलाइन नंबर (139) पर संपर्क करें। फिलहाल, स्टेशन का संचालन सामान्य है, लेकिन घटना के बाद सुरक्षा चेक बढ़ा दिए गए हैं। पुलिस ने आसपास के इलाकों में भी सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं।

