भाई ने बहन को गोली मारकर उतारा मौत के घाट, अपनों ने शव लेने से किया इनकार

Rohtak District News: हरियाणा के रोहतक जिले में एक बार फिर तथाकथित “इज्जत” के नाम पर खौफनाक हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। गांव की 24 साल की युवती सपना की उसके सगे भाई ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी, क्योंकि सपना ने अपने ही गांव और अपनी ही बिरादरी (जाट) के एक युवक से प्रेम विवाह कर लिया था। खाप पंचायतों के सख्त “गाँव-भाईचारा और गोत्र” नियमों के मुताबिक यह विवाह “गुनाह” माना गया।

पुलिस के अनुसार घटना 20 नवंबर की दोपहर की है। सपना अपने ससुराल में थी जब उसका भाई और कुछ अन्य रिश्तेदार वहाँ पहुँचे। विवाद के बाद भाई ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से सपना पर ताबड़तोड़ गोलियाँ चलाईं। मौके पर ही सपना की मौत हो गई। हमलावर भाई मौके से फरार हो गया, जबकि पुलिस ने दो अन्य साथियों को हिरासत में ले लिया है। मुख्य आरोपी भाई की तलाश जारी है।

सबसे दर्दनाक तथ्य यह है कि मृतका के मायके वालों ने शव लेने से साफ इनकार कर दिया। परिवार का कहना है कि “जिसने हमारी नाक कटवाई, उसका अंतिम संस्कार हम नहीं करेंगे”। अंततः ससुराल वालों ने ही शव का अंतिम संस्कार किया।

हरियाणा में ऑनर किलिंग का काला साया अब भी बरकरार
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा देश में ऑनर किलिंग के मामलों में सबसे आगे रहता है। 2015-2023 के बीच राज्य में 80 से ज्यादा ऐसी दर्ज हत्याएँ हुईं, जिनमें ज्यादातर मामलों में प्रेम विवाह या अंतरजातीय विवाह कारण बना। खाप पंचायतें अक्सर ऐसे जोड़ों को सामाजिक बहिष्कार की धमकी देती हैं और कई बार हिंसा तक को खुलेआम समर्थन देती रही हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में साफ कहा था कि ऑनर किलिंग करने वालों को फाँसी की सजा तक हो सकती है और खाप पंचायतों को इस तरह के फैसले लेने का कोई अधिकार नहीं है। फिर भी ग्रामीण क्षेत्रों में खाप का प्रभाव इतना गहरा है कि पुलिस भी कई बार दबाव में आ जाती है।

महिला आयोग और सामाजिक संगठनों ने जताया रोष
हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने घटना को “शर्मनाक” बताते हुए कहा कि “यह 21वीं सदी का भारत है, लेकिन कुछ गाँव अभी भी मध्ययुग में जी रहे हैं।” कई महिला अधिकार संगठनों ने रोहतक में कैंडल मार्च निकाला और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस अधीक्षक रोहतक ने बताया कि आरोपी भाई के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही मामले की गहन जाँच के आदेश दे दिए गए हैं।

यह घटना एक बार फिर सवाल उठाती है कि कानून से ऊपर कोई खाप या परंपरा नहीं होनी चाहिए। कब तक “इज्जत” के नाम पर बेटियों की जान ली जाती रहेगी?

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