कभी कभी पुलिस ऐसे खुलासे करती है कि सुनने में देखने में विश्वास नहीं होता, लेकिन हकीकत होती है। ऐसा ही एक मामला नोएडा के थाना सेक्टर 113 पुलिस ने किया है। मर्डर होता है, नोएडा के गांव सर्फाबाद के पास लाश मिलती है और थाना इंदिरापुरम क्षेत्र में लाश मिलती है गुमशुदगी लिखी जाती है। इंदिरापुरम थाने में गुमशुदगी लिखवाने वाली महिला ही हत्या कराती। ऐसे में पूरा मामला खोल देना और एक एक कड़ी को जोड़कर आरोपियों को जेल तक पहुंचने पुलिस के लिए आसान नहीं रहा होगा। मगर डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह और उनकी टीम ने ये मुश्किल काम कर दिखाया।
डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने बताया पूरा वाक्या
डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने बताया कि मर्डर करने वाले आरोपियो चैकाने वाला खुलासा किया है। तीनो ने एक राय होकर पुलिस को बताया कि मनीषा अपने पति पप्पू पुत्र सिगेश्वर सिंह के साथ इंदिरापुरम में रह रही थी। उसका एक बेटा 13 वर्ष का है, करीब 2 वर्ष पूर्व मनीषा की मुलाकात पंकज सक्सेना पुत्र भूदेव प्रसाद सक्सेना निवासी नरेना मऊ जिला फर्रुखाबाद से हुई। सम्पर्क में आने के बाद ये दोनो एक दूसरे से प्यार करने लगे। मनीषा, पंकज को बहुत चाहने लगी ओर अपना आगे का जीवन उसके साथ ही जीना चाहती थी। काफी समय से ये लोग अंतरंग संबंध होते आ रहे थे। माह मई के महीने में हम दोनो को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था देखने के बाद से घर मे कलेश होने लगा था। मनीषा के पति पप्पू आए दिन मनीषा के साथ मारपीट करने लगा था जिससे मनीषा तंग आ गयी थी फिर मनीषा व पंकज ने यह फैसला लिया की हम दोनो को एक साथ रहना है तो पप्पू को रास्ते से हटाना होगा, पंकज ने अपने छोटे भाई अतुल से इस बारे में बात की। फिर पंकज ने घटना को अंजाम देने के लिए एक किराए का कमरा पैट्रोल पम्प के पास न्यायखण्ड-2 जी- 625 लिया। हम तीनों ने पप्पू को मारने की और उसकी लाश ठिकाने लगाने की योजना बनायी। हमने घर में रखे आलू के दो खाली बोरे, बांधने के लिए प्लास्टिक की रस्सी व बोरे को सिलने वाली प्लास्टिक की सूतली, और सूजा की व्यवस्था की। योजना के तहत पंकज ने पप्पू को शराब पीने व झगडे को खत्म करने की बात कहकर किराए के कमरा पैट्रोल पम्प के पास न्यायखण्ड-2. फ्लैट नंबर-जी-625 में दिनांक 24.06.2024 को बुलाया। उसके बाद पप्पू को पंकज व अतुल ने साथ बैठाकर शराब पिलायी और खुद दोनो शराब पीने का ड्रामा करते रहे। जब पप्पू नशे में चूर हो गया तो योजना के तहत मनीषा पहुँची। उसके बाद अतुल पप्पू के पैर पकडे, मनीषा ने पप्पू (अपने पति) के दोनो हाथ पकडे पंकज ने पप्पू का प्लास्टिक की रस्सी से गला घोटा जब तक वह मर नही गया तब तक हम सबने उसे नही छोड़ा। जब पप्पू मर गया तब हम तीनो को शुकून मिला। हम तीनो ने मिलकर पप्पू को रस्सी से बोरी में सिलने के लिए बैठने की दशा में हाथ, पैर व गर्दन को कसकर बाँधा उसके बाद दोनो बोरो को खोलकर सिलकर एक किया और शव को बोरे मे लपेटकर प्लास्टिक की सूतली से सूजे की मदद से कायदे से सिला ताकि शव को ठिकाने लगाते समय किसी की नजर न पडे। शव को कमरे में ही छोडकर कमरे का ताला लगाकर मनीषा अपने कमरे चली गयी थी। फिर रात को पंकज ओर अतुल मृतक पप्पू की स्कूटी से अतुल के कमरे ग्राम सर्फाबाद पर अतुल को छोडने आया, अतुल को सर्फाबाद में छोडने के पंकज मनीषा के कमरे पर वापस आया और सकून से हम दोनो अंतरंग संबंध हुए। अगले दिन शाम को करीब 6 बजे मनीषा और पंकज पैट्रोल पम्प के पास न्यायखण्ड-2 वाले कमरे पर पहुंचे कुछ समय बाद अतुल भी आ गया था। अंधेरा व गली सुनसान होने के बाद हम तीनो ने मिलकर शव को स्कूटी पर स्कूटी के बीच में रखा। स्कूटी को अतुल चला रहा था तथा पंकज पकड कर पीछे बैठा था। इसके बाद पंकज व अतुल शव को दूर फेकने चले गये थे। मनीषा दोनो के आने का वही इंतजार करती रही। आधी रात के बाद पंकज पहुंचा और बताया कि अतुल को उसके कमरे सर्फाबाद में छोड दिया है, शव को सर्फाबाद में नाले मे फेक दिया है। हमे उमीद नहीं थी कि हम पकडे जायेगे किसी को हम पर शक न हो इसलिए दिनांक 20-7-2024 को थाना इंदरापूरम मे पप्पू के घर न आने की गुमशुदगी मनीषा द्वारा दर्ज करा दी थी।
मनीषा मुझसे ही करेगी शादी
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों को जेल भेज दिया गया है, लेकिन इन सबके बीच एक अहम बात ये रही कि जब मुख्य आरोपी से पूछा गया कि अब वो क्या करेगा? उसने बोल दिया कि उसने अपने प्यार के चक्कर में ये मर्डर किया और मनीषा मुझसे ही शादी करेगी। दोनों भाई और मनीषा तीनों जेल चले गए।
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