Breaking News: नोएडा प्राधिकरण में मुआवजा वितरण करने में शामिल रहे अधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। करीब 100 करोड रुपए का घोटाला हुआ है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद विशेष जांच दल एसआईटी की टीम आज प्राधिकरण दफ्तर पहुंच गई है। इस दौरान नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम, गौतम बुध नगर के जिलाधिकारी मनीष वर्मा भी मौजूद रहे।
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एसआईटी की टीम प्राधिकरण के अफसर से पूछताछ करेगी, ताकि पता चल सके 100 करोड रुपए के मुआवजे वितरण में किसकी कितनी गलती है और किसी व्यक्ति का कितना इंटरेस्ट रहा। फिलहाल कुछ अधिकारी प्राधिकरण में ही तैनात है जबकि कुछ के तबादले हो चुके हैं। मालूम हो कि नोएडा ने गेझा तिलपताबाद गांव में पुराने भूमि अधिग्रहण पर नियमों के विरुद्ध जाकर 100 करोड रुपए से ज्यादा मुआवजा देने के मामले में यूपी सरकार ने विशेष जांच दल का गठन किया था। इस एसआईटी में तीन अफसर हैं, आज से उन्होंने प्राधिकरण दफ्तर में डेरा डाल दिया है। इससे प्राधिकरण को राजस्व की बड़ी हानि हुई है। प्राधिकरण में किसानों को अतिरिक्त मुआवजा वितरण करने में कई गड़बड़ी सामने आई थी। इसके बाद इस मामले में एफआईआर भी कराई गई। इस एफआईआर में दो अफसर के साथ-साथ मुआवजा लेने वाले किसान का नाम भी शामिल है।