निकाय चुनाव की सरगर्मियां धीरे-धीरे चरम की और पहुंच रही हैं। अब 8 दिन बचे हैं, नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रत्याशियों ने चुनावी अखाड़े में कदम रख दिया है। लगातार सभी प्रत्याशियों के आंकड़े बनना और बिगड़ने का सिलसिला चल रहा है। जेवर नगर पंचायत में उस समय अजीबो-गरीब स्थिति बनी जब सोमवार को भाजपा की टोपी पहने दिखे कांग्रेस प्रत्याशी दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता हमारे प्रत्याशी को जबरदस्ती उठाकर ले गए थे और उन्हें भाजपा की भगवा टोपी पहना दी थी।
भाजपा नेताओं ने पलटवार किया और कहा कांग्रेश प्रत्याशी खुशीराम (Congress candidate Khushiram) अपनी मर्जी से शामिल होने आए थे। मालूम हो कि गौतम बुध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों को भाजपा में शामिल होने की घोषणा की थी। वह खुद भी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। डॉ महेश शर्मा (Dr. Mahesh Sharma) ने ही कांग्रेस प्रत्याशी खुशीराम और आम आदमी पार्टी उम्मीदवार रवि राय को फूल मालाएं पहनाकर पार्टी में शामिल किया था।
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सांसद हुए फेल
ऐसे में सांसद की विश्वसनीयता और छवि को सीधे धक्का लगा है या यूं कहें कि भाजपा में भी आजकल वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। जिसमें सांसद फेल हो गए हैं। इससे पहले रबूपुरा नगर पंचायत में जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने अपने भतीजे शशांक सिंह और अन्य सदस्यों को निर्विरोध निर्वाचित कराया। उनका कहना था कि खलक की आवाज थी इसलिए चैपाल की गई लोगों से बातचीत की गई और नतीजा सबके सामने हैं। धीरेंद्र सिंह को देखते हुए ही जेवर में निर्विरोध का प्रयोग किया जा रहा था लेकिन सांसद उसमें कामयाब नहीं हो पाए। वहीं कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने प्रत्याशी के साथ क्षेत्र में चुनाव प्रचार के वीडियो और फोटो जारी किए हैं। साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा उनके प्रत्याशी पर दबाव बनाकर उसे परेशान कर रही है।
भाजपा लोगों को भी डरा धमका कर अपनी पार्टी में शामिल करने की रणनीति पर काम कर रही है। मालूम हो कि कांग्रेस केवल 2 सीट दादरी नगरपलिका और जेवर नगर पंचायत सीट पर ही चुनाव लड़ रही है। रबूपुरा और दनकौर में कांग्रेस ने अपना कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं किया बिलासपुर और जहांगीरपुर में जिला प्रशासन की समीक्षा के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार के परिचय रद्द कर दिए गए क्योंकि उनमें कमियां थी।