BY Election In UP: उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इसको लेकर आज यानी रविवार को लखनउ में भाजपा की हाई लेवल मीटिंग हुई है। जिसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत तमाम बड़े नेता शामिल हुए है। इनमें से 9 सीटें लोकसभा चुनाव लड़ने वाले विभिन्न दलों के विधायकों के सांसद बनने बाद खाली हुई हैं। उधर, कानपुर की सीसामऊ सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी के सजायाफ्ता होने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द होने पर खाली हुई है। इसे लेकर राजनीतिक पार्टियों की हलचल बढ़ गई है। सभी दल साम दाम दंड भेद के हथकंडे अपना कर उपचुनाव की 10 सीटें जीतना चाहते हैं।
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भाजपा 10 सीटों में से 9 पर अपनी दावेदारी पेश कर रही है, तो वहीं उसकी सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल मीरापुर के अलावा दो अन्य सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करना चाहती है। आरएलडी विधायक चंदन चैहान के सांसद बनने के कारण मीरापुर विधानसभा सीट खाली हुई है। यही कारण है कि एनडीए में सीट बंटवारे के तहत मीरापुर रालोद के खाते में जाने की पूरी उम्मीद है। इसके अलावा जयंत चैधरी की पार्टी दो और सीटें चाहती है। इस चुनाव में जंयत अगजर की चाल चल सकते है। लोकदल के नेश्नल सेक्टरी अनुपम मिश्रा ने कहा कि गाजियाबाद और खैर सीट पर भी लोकदल अपनी दावेदारी करेगी। श्री मिश्रा के मुताबिक आरएलडी अध्यक्ष जयंत चैधरी अपने दादा चैधरी चरण सिंह के आजमाए ‘अजगर’ फार्मूले को धार देने के लिए नए सिरे से काम कर रहे हैं। अजगर फार्मूले का मतलब है कि रालोद ‘अहीर, अनुसूचित और अगड़ा’ समाज के अलावा जाट, गुर्जर और राजपूत समुदाय को अपने साथ जोड़ने के लिए और अधिक काम करेगी। आरएलडी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्र ने कहा कि अजगर को साधने से पार्टी का राजनीतिक कद और बढ़ेगा और इससे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को भी अतिरिक्त ऊर्जा मिलेगी।