Ashraf Azad sends a 50 crore defamation notice to MP Sanjay Singh: जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक तनाव बढ़ने के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अशरफ आजाद ने आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के खिलाफ 50 करोड़ रुपये की मानहानि का कानूनी नोटिस जारी किया है। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि संजय सिंह ने 12 सितंबर को दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आजाद को ‘पूर्व आतंकवादी’ (ex-terrorist) बताते हुए आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण बयान दिए, जिससे उनकी सामाजिक और राजनीतिक प्रतिष्ठा को गहरा आघात पहुंचा।
नोटिस उनके वकील नाजिर अहमद भट्ट ने 22 सितंबर को भेजा था, जिसमें संजय सिंह से मांग की गई है कि वे सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, अपने बयानों को वापस लें और 50 करोड़ रुपये का मुआवजा चुकाएं। आजाद ने कहा, “मैं पिछले तीन दशकों से भाजपा के साथ सक्रिय हूं और आतंकवाद तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार संघर्ष करता रहा हूं। ऐसे झूठे आरोप मेरी राष्ट्रवादी छवि को धूमिल करने की साजिश हैं।” नोटिस के अनुसार, ये बयान इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिससे आजाद को अपूरणीय क्षति हुई।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बोला गया?
संजय सिंह ने 12 सितंबर को दिल्ली में आप की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जम्मू-कश्मीर की राजनीति पर बोलते हुए आजाद का नाम लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि आजाद जैसे नेता भाजपा की ‘आतंकवाद समर्थक’ नीतियों का प्रतीक हैं और केंद्र सरकार की कश्मीर नीतियों को बढ़ावा देते हैं। आप के इस बयान को भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ करार दिया। भाजपा जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रवक्ता ने कहा, “संजय सिंह जैसे बाहरी नेता कश्मीर की जटिलताओं को समझे बिना बयानबाजी कर रहे हैं। यह नोटिस कानूनी कार्रवाई का पहला कदम है।”
आजाद, जो श्रीनगर से भाजपा के प्रमुख चेहरा हैं, ने बताया कि वे 1990 के दशक से पार्टी के साथ जुड़े हैं और अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भी कश्मीर में शांति स्थापना के लिए काम करते रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं एक शांतिप्रिय नागरिक हूं, जो हमेशा राष्ट्रीय हितों की रक्षा करता आया हूं। ऐसे आरोप न केवल व्यक्तिगत अपमान हैं, बल्कि पूरे कश्मीर के लोगों का भी।”
आप की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं
सोशल मीडिया पर यह मुद्दा तेजी से वायरल हो गया है। ट्विटर (अब एक्स) पर #SanjaySinghDefamation जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहां भाजपा समर्थक संजय सिंह की आलोचना कर रहे हैं। एक पोस्ट में लिखा गया, “आप के सांसद ने बिना सबूत के भाजपा नेता को आतंकवादी कहा, अब 50 करोड़ का बिल भुगतना पड़ेगा।” दूसरी ओर, आप के समर्थक इसे ‘भाजपा की दबाव की राजनीति’ बता रहे हैं। हालांकि, संजय सिंह या आप की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला अदालत में लंबा खिंच सकता है, क्योंकि मानहानि के केसों में साबित करना पड़ता है कि बयान जानबूझकर दिए गए थे। जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट में ऐसे कई मामले लंबित हैं, जहां राजनीतिक बयानों पर कानूनी लड़ाई चल रही है।
यह घटना दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की श्रृंखला का हिस्सा लग रही है। भाजपा ने कहा कि वे संजय सिंह के अन्य बयानों पर भी नजर रख रहे हैं।

