बीजेपी-जदयू के पोलिंग एजेंट गायब

Bihar Election News: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मोकामा विधानसभा क्षेत्र के दुलारचंदपुर गांव में मतदान के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। दुलारचंद यादव हत्याकांड के इस विवादित गांव में एनडीए गठबंधन के बीजेपी और जदयू प्रत्याशियों के लिए कोई पोलिंग एजेंट नहीं पहुंचा। मतदान केंद्र पर केवल आरजेडी प्रत्याशी के एजेंट ही मौजूद दिखे, जिससे विपक्ष ने एनडीए पर ‘डर’ का आरोप लगाया है। उधर, सीवान की रघुनाथपुर सीट पर पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की 95 वर्षीय मां ने व्हीलचेयर पर सवार होकर वोट डाला, जबकि पत्नी हिना शहाब ने बेटे ओसामा शहाब की जीत का भरोसा जताते हुए कहा, ‘यह हमारा इलाका है, हमारा वोट।’

दुलारचंदपुर गांव पटना जिले के मोकामा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां जदयू के बाहुबली विधायक अनंत सिंह पर दुलारचंद यादव की हत्या का आरोप है। यादव की 2024 में हुई निर्मम हत्या ने पूरे बिहार को झकझोर दिया था, और यह सीट अब बाहुबली राजनीति का प्रतीक बनी हुई है। मतदान के दौरान गांव के एकमात्र पोलिंग बूथ पर एनडीए के एजेंटों की अनुपस्थिति ने सवाल खड़े कर दिए। स्थानीय मतदाताओं ने बताया कि सुबह से ही आरजेडी के एजेंट सक्रिय थे, लेकिन बीजेपी-जदयू के प्रतिनिधि नजर नहीं आए। विपक्षी महागठबंधन ने इसे ‘भय का परिचायक’ बताते हुए कहा कि एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह की छवि के कारण उनके समर्थक डर रहे हैं।

मोकामा सीट पर जदयू के अनंत सिंह जेल में बंद हैं, और उनकी पत्नी लवली आनंद इस बार मैदान में हैं। हत्याकांड के बाद यह सीट बिहार की सबसे चर्चित बन गई है, जहां जातीय समीकरण और अपराधी छवि मुद्दों पर केंद्रित है। मतदान शांतिपूर्ण रहा, लेकिन एजेंटों की कमी ने चुनाव आयोग के लिए सिरदर्द खड़ा कर दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसकी जांच की जा रही है, और आवश्यकता पड़ने पर पुनर्मतदान का आदेश दिया जा सकता है।

इसी बीच, सीवान जिले की रघुनाथपुर विधानसभा सीट पर शहाबुद्दीन परिवार की सियासी विरासत फिर से सुर्खियों में है। शहाबुद्दीन की मां, 95 वर्षीय इंदिरा देवी, ने प्रतापपुर गांव के पोलिंग बूथ पर पहुंचकर बेटे ओसामा के पक्ष में वोट डाला।

व्हीलचेयर पर सवार बुजुर्ग महिला का यह कदम परिवार के समर्थकों के बीच उत्साह भर गया। ओसामा शहाब, जो आरजेडी से रघुनाथपुर से पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं, के पिता शहाबुद्दीन बिहार के कुख्यात बाहुबली थे। उनके तेजाब कांड और अन्य आपराधिक मामलों ने पूरे देश को हिला दिया था। शहाबुद्दीन की 2021 में जेल में मौत के बाद परिवार की सियासी किस्मत डगमगाई, लेकिन अब ओसामा महागठबंधन के दांव पर उतर आए हैं।

ओसामा की मां हिना शहाब, जो खुद चार बार लोकसभा चुनाव हार चुकी हैं, ने वोट डालने के बाद आजतक से विशेष बातचीत में कहा, ‘ओसामा पर निजी हमले हुए, लेकिन जनता उसके साथ है। हमारा इलाका, हमारा वोट। ओसामा की जीत तय है।’ हिना ने 2024 लोकसभा चुनाव में निर्दलीय लड़ी थीं, लेकिन इस बार बेटे को आरजेडी टिकट दिलाने में सफल रहीं। अप्रैल 2025 में उन्होंने लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से मुलाकात कर रघुनाथपुर सीट की मांग की थी।

रघुनाथपुर में मुकाबला त्रिकोणीय है। आरजेडी के ओसामा के खिलाफ जदयू के विकास कुमार और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार हैं। एनडीए ने ओसामा को ‘जंगलराज की वापसी’ बताते हुए निशाना साधा है।उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रचार के दौरान शहाबुद्दीन परिवार पर तीखे प्रहार किए। सरमा ने तो ओसामा की तुलना ओसामा बिन लादेन से कर दी, जिस पर विपक्ष ने हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण का आरोप लगाया। ओसामा पर दो आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या का प्रयास और रंगदारी शामिल हैं। उनकी संपत्ति 6.52 करोड़ रुपये बताई गई है।

रघुनाथपुर में यादव-मुस्लिम समीकरण आरजेडी के पक्ष में है, लेकिन स्थानीय मुद्दे जैसे रोजगार, पलायन और अपराध लोगों की प्राथमिकता हैं। मतदाता अब ‘क्राइम फ्री’ बिहार की मांग कर रहे हैं।पहले चरण का मतदान 71 प्रतिशत रहा, और रघुनाथपुर-मोकामा जैसी ‘बाहुबली सीटों’ पर नजरें टिकी हैं। नतीजे 14नवंबर को आएंगे, जो बिहार की सियासत की दिशा तय करेंगे।

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