BJP सरकार का तानाशाही अध्यादेश जनता के हित में नहीं: येचुरी
नई दिल्ली । केंद्र सरकार की ओर से लाए गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन हासिल करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को सीपीआई (एम) के नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की। पार्टी कार्यालय में हुई मुलाकात के दौरान केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता के खिलाफ लाए गए BJP सरकार के तानाशाही अध्यादेश किसी भी तरह जनता के हित में नहीं है।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को दिल्ली में सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात हुई। उन्होंने अध्यादेश के खिलाफ साथ देने की बात कही है। दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता भी की। इस दौरान सीताराम येचुरी ने कहा कि हम इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के साथ है। केंद्र सरकार का यह अध्यादेश किसी भी सूरत में देश की संवैधानिक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं है।
यह भी पढ़े : Delhi LG से नहीं संभल रही की कानून व्यवस्था, दें इस्तीफा: प्रियंका कक्कड़
इस बीच केजरीवाल ने कहा कि अध्यादेश की वजह से सरकार दिल्ली की जनता के लिए कोई भी निर्णय नहीं ले पाएगी। इसलिए वे अलग-अलग पार्टी के प्रमुखों से मिल रहे हैं, ताकि जब केंद्र सरकार यह अध्यादेश संसद में लाए तो वह नामंजूर हो जाए।
आगे उन्होंने कहा कि इस अधिकार को लेने के लिए दिल्ली सरकार बीते आठ सालों से अदालत में लड़ाई लड़ रही थी, जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला दिल्ली सरकार के पक्ष में आया तो केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर उसे पलट दिया। यह दिल्ली की जनता का अपमान है। इसलिए वह सभी विपक्षी दलों का समर्थन चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से समर्थन मांगा था। उसके बाद वे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद संजय सिंह, राघव चड्ढा, मंत्री आतिशी को साथ लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। केजरीवाल ने इसी क्रम में उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाकात कर समर्थन मांगा था।