New Delhi/Bird Flu News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) के संभावित मामलों को लेकर चिंता बढ़ गई है ।दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मेरे पास अभी तक पुष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन चिड़ियाघर के अंदर से कुछ सुनने को मिला है। मैं अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कह सकती।” उन्होंने संबंधित विभागों को तत्काल जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के चिड़ियाघर और कुछ अन्य क्षेत्रों में पक्षियों की असामान्य मृत्यु की खबरें सामने आई हैं, जिसके बाद बर्ड फ्लू की आशंका जताई जा रही है। दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य विभाग और पशुपालन विभाग को इसकी जांच के लिए सक्रिय कर दिया है। विशेषज्ञों की एक टीम संदिग्ध क्षेत्रों में सैंपल एकत्र कर रही है, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशालाओं में भेजा गया है।
पशुपालन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बर्ड फ्लू, विशेष रूप से H5N1 वायरस, पक्षियों में तेजी से फैल सकता है और कुछ मामलों में यह इंसानों में भी संक्रामक हो सकता है। इसलिए, दिल्ली सरकार ने एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। पोल्ट्री फार्म्स और पक्षी बाजारों में निगरानी बढ़ा दी गई है, और लोगों से मृत पक्षियों के संपर्क में आने से बचने की सलाह दी गई है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। उन्होंने कहा, “हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। जैसे ही हमें जांच के परिणाम मिलेंगे, हम जनता को सूचित करेंगे और आवश्यक कदम उठाएंगे।” इसके साथ ही, उन्होंने लोगों से पोल्ट्री उत्पादों को अच्छी तरह पकाकर खाने और स्वच्छता का ध्यान रखने को कहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि बर्ड फ्लू से बचाव के लिए मास्क का उपयोग, बार-बार हाथ धोना और पक्षियों के संपर्क से बचना महत्वपूर्ण है। दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को भी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच, दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन ने भी सतर्कता बरतते हुए पक्षियों की निगरानी बढ़ा दी है और आगंतुकों के लिए कुछ क्षेत्रों में प्रवेश को सीमित कर दिया है। पर्यावरण मंत्रालय और केंद्र सरकार के साथ समन्वय कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।
दिल्ली में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है, लेकिन सरकार और प्रशासन की सक्रियता से यह स्पष्ट है कि स्थिति को गंभीरता से लिया जा रहा है। जनता से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध मामले की जानकारी तुरंत स्थानीय प्रशासन को दें।
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