बिहार चुनाव 2025: नामांकन के तीन दिन पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे पर संकट गहराया, RJD-कांग्रेस के बीच 5 सीटों पर अटकी बात

Bihar Election Nomination News: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन में अब महज तीन दिन बचे हैं, लेकिन विपक्षी महागठबंधन (इंडिया गठबंधन) में सीट शेयरिंग की तस्वीर अब तक साफ नहीं हो सकी है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के बीच कम से कम 5 सीटों पर खींचतान जारी है, जिससे गठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस विवाद को सुलझाने के लिए RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव दिल्ली पहुंचे हैं, जहां कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत हो रही है।

महागठबंधन में शामिल दलों—RJD, कांग्रेस, CPI(ML), VIP, JMM और अन्य—के बीच सीट बंटवारे पर कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन सहमति नहीं बन पाई। कांग्रेस ने 2020 के चुनाव की तरह 70 सीटों की मांग की है, जबकि RJD उसे सिर्फ 58 सीट देने को तैयार है। RJD का तर्क है कि गठबंधन में अब ज्यादा साथी जुड़े हैं, इसलिए पुराना फॉर्मूला लागू नहीं हो सकता। एक वरिष्ठ RJD नेता ने कहा, “हम लचीले हैं और उम्मीद करते हैं कि दूसरे भी वैसा ही रवैया अपनाएं।” वहीं, कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और महासचिव केसी वेणुगोपाल से तेजस्वी यादव की मुलाकात के बाद भी कोई ठोस फैसला नहीं निकला। कांग्रेस नेता मनोज कुमार ने कहा कि सीट शेयरिंग का ऐलान जल्द होगा, संभवतः 14 अक्टूबर तक होना था लेकिन अभी भी नहीं हुआ है।

विवाद की जड़ में कुछ प्रमुख सीटें हैं, जिन पर दोनों पार्टियां दावा ठोक रही हैं। हालांकि, स्पष्ट रूप से 5 सीटों का नाम सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि ये वे सीटें हैं जहां कांग्रेस की मजबूत पकड़ है, लेकिन RJD उन्हें अपने कोटे में रखना चाहती है। इस बीच, RJD ने रविवार शाम को कुछ उम्मीदवारों को पार्टी सिंबल बांट दिए थे, जिसमें परबत्ता से सुनील सिंह, मटिहानी से नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो, माधेपुरा से चंद्रशेखर यादव जैसे नाम शामिल थे। लेकिन तेजस्वी यादव के दिल्ली से लौटने पर उन्होंने इस प्रक्रिया को रोक दिया और उम्मीदवारों से सिंबल वापस मंगवा लिए, क्योंकि गठबंधन का फॉर्मूला अभी फाइनल नहीं हुआ है। तेजस्वी ने पिता लालू को याद दिलाया कि बिना सहयोगियों की सहमति के टिकट बांटना सही नहीं होगा, वरना गठबंधन में दरार पड़ सकती है।

कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने कहा कि बिहार में सीट शेयरिंग में कोई अड़चन नहीं है और सभी साथी मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, CPI(ML) ने 18 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी, लेकिन घंटों बाद उसे वापस ले लिया, क्योंकि सीट बंटवारा तय नहीं हुआ। कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमिटी ने 14 अक्टूबर को 50 से ज्यादा नामों पर चर्चा की और आज (15 अक्टूबर) सुबह 9 बजे इंडिरा भवन में अंतिम फैसला होने की उम्मीद है।

इस देरी से महागठबंधन की चुनावी तैयारी प्रभावित हो रही है, जबकि सत्तारूढ़ NDA ने पहले ही अपना सीट शेयरिंग ऐलान कर दिया है—BJP और JD(U) को 101-101 सीटें। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जल्द सहमति नहीं बनी, तो गठबंधन को नुकसान हो सकता है, क्योंकि नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और कैंपेनिंग में देरी हो रही है। लालू-तेजस्वी की दिल्ली यात्रा कोर्ट केस से जुड़ी बताई जा रही है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी से हस्तक्षेप की उम्मीद भी है। आने वाले कुछ घंटों में स्थिति साफ होने की संभावना है।

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