बिहार विधानसभा चुनाव 2025: तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम फेस घोषित, नीतीश कुमार को एनडीए में साइडलाइन किए जाने का लगाया आरोप

Bihar Assembly Election News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। विपक्षी महागठबंधन ने आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को आगामी चुनावों के लिए अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया है। इस घोषणा के साथ ही तेजस्वी ने सहयोगी दलों को धन्यवाद दिया और मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एनडीए में साइडलाइन किए जाने का आरोप लगाया।

गुरुवार को पटना में महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस फैसले की घोषणा की। गहलोत ने कहा, “सभी वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद हमने फैसला किया है कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे होंगे। उनका भविष्य लंबा है।” साथ ही, विकाशशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा, “महागठबंधन के लोग सिर्फ सरकार बनाने या सीएम बनने के लिए नहीं, बल्कि बिहार को बनाने के लिए एकजुट हैं। मैं सभी सहयोगियों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए हरसंभव प्रयास करूंगा। साथ ही, हम 20 साल पुरानी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।” उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि एनडीए में उन्हें साइडलाइन किया जा रहा है।

चुनावी वादे और बीजेपी की प्रतिक्रिया
तेजस्वी यादव ने चुनावी वादों में जीविका समुदाय की दो लाख महिलाओं को स्थायी नौकरी, अनुबंधित कर्मचारियों को नियमित करने, लड़कियों को शिक्षा और रोजगार, महिलाओं को घर, राशन और आय सुनिश्चित करने का ऐलान किया है। उन्होंने गठबंधन में सीट-बंटवारे पर किसी भी मतभेद की अफवाहों को खारिज किया।

बीजेपी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने तेजस्वी के वादों को “क्रूर मजाक” बताया और कहा कि ये अवास्तविक हैं, जिनके लिए बिहार के बजट से कहीं ज्यादा फंड की जरूरत होगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि महागठबंधन की चाल या किसी नए प्रयोगी राजनीति के बजाय एनडीए की “परखी हुई” लीडरशिप को वोट दें।

गठबंधन में मतभेद की अफवाहें
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले महागठबंधन में मतभेद की खबरें उड़ीं, खासकर पोस्टर्स में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर न होने पर। बीजेपी ने इसे “खुली कलह” बताते हुए कहा कि राहुल को तेजस्वी ने “गायब” कर दिया है, जो गठबंधन के टूटने का संकेत है। हालांकि, कांग्रेस नेता सचिन पायलट और अजय कुमार लल्लू ने दावा किया कि गठबंधन एकजुट है और सीट-बंटवारा तय है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की एकता मजबूत करने पर फोकस किया है।

केंद्रीय मंत्री और एलजेपी (आरवी) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए के सभी सहयोगी लगातार कैंपेन कर रहे हैं, जबकि महागठबंधन के नेता “एसी रूम” से बाहर नहीं निकले। उन्होंने गठबंधन धर्म न निभाने का आरोप लगाया।
अन्य अपडेट्स
• ऑल इंडिया पान महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आई.पी. गुप्ता ने जेपी आंदोलन की विरासत को आगे बढ़ाने का दावा किया और महागठबंधन को पूरा समर्थन देने की बात कही।
• निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया, कहा कि बीजेपी उन्हें पीछे से घायल कर रही है।
• बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि गठबंधन में सब ठीक है, कार्यकर्ताओं की शिकायतें स्वाभाविक हैं।
• यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के हलाल उत्पादों पर बयान को बिहार चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है, जिस पर कांग्रेस ने सवाल उठाए।

बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं, और महागठबंधन ने 253 उम्मीदवार उतारे हैं, जो सीटों से ज्यादा है। चुनाव में प्रवासन, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था बड़े मुद्दे बने हुए हैं। एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।

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