25 वर्षीय शिवानी वर्मा उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले की रहने वाली थीं और 2023 में TRE-1 के माध्यम से बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) द्वारा भर्ती होकर कन्हौली मिडिल स्कूल में पढ़ा रही थीं। वह फोर्ब्सगंज में किराए के मकान में रहती थीं और रोजाना स्कूटी से स्कूल जाती थीं। 3 दिसंबर की सुबह करीब 9:20 बजे कन्हौली शिव मंदिर के पास दो बाइक सवार बदमाशों ने उनकी स्कूटी को रोका और पीछे से गोली मार दी। घायल शिवानी को अररिया सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
साजिश का खुलासा
पुलिस के अनुसार, इस हत्या की जड़ में खबदाह गांव के प्राइमरी स्कूल की एक महिला टीचर से जुड़ी अफवाह थी। हुस्न आरा उर्फ हुसनान नाम की एक महिला को शक था कि उसके पति का किसी टीचर के साथ अफेयर चल रहा है। इसी शक में उसने राजा और छोटू नाम के दो गुर्गों के साथ मिलकर ठेका हत्या की साजिश रची। ठेकेदारों ने मोहम्मद मरूफ और मोहम्मद सोहेल को 3 लाख रुपये में यह काम सौंपा। हत्यारों को निशाने की नाम, स्कूटी का मॉडल, रूट और समय की पूरी जानकारी दी गई थी। उन्होंने हत्या से एक दिन पहले रेकी भी की थी।
अररिया के एसपी अंजनी कुमार ने बताया, “3 दिसंबर को निशाना बनी टीचर छुट्टी पर थी और उस रूट से नहीं गुजरी। इसके बजाय शिवानी, जिनकी स्कूटी वैसी ही थी, को गलती से निशाना बनाया गया। हत्यारे कन्हौली शिव मंदिर के पास पहले से घात लगाए थे।” गोली मारने के बाद हत्यारे खबदाह-दारगाहिगंज रूट से भागे और बाइक नेशनल हाईवे पर लौटा दी।
48 घंटों में सुलझा केस
केस की संवेदनशीलता को देखते हुए फोर्ब्सगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गई, जिसमें नरपतगंज, फुल्कहा, फोर्ब्सगंज, घुराना थानों की टीमें और डिस्ट्रिक्ट इंटेलिजेंस यूनिट शामिल थी। सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी इनपुट्स और क्राइम सीन के वैज्ञानिक विश्लेषण से 48 घंटों के अंदर आरोपी फरार हो गए। मरूफ ने पूछताछ में जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद बाइक और देशी पिस्तौल बरामद हो गई। उसके बाद सोहेल और मुख्य साजिशकर्ता हुस्न आरा को गिरफ्तार किया गया। राजा और छोटू की तलाश में पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं।
परिवार का शक
शिवानी की बहन जूली कुमारी ने नरपतगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें स्कूल के ही एक सहकर्मी रंजीत कुमार पर शादी के लिए लगातार दबाव डालने और उत्पीड़न का आरोप लगाया। जूली ने कहा कि रंजीत ने तीन महीने पहले ही शादी कर ली थी, फिर भी शिवानी को तंग करता रहा। परिवार का मानना है कि यह हत्या सुनियोजित थी और स्कूल के हेडमास्टर उमेश कुशवाहा ने भी शिवानी की शिकायतों को दबाया। रंजीत को गुरुवार को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन पुलिस का कहना है कि मुख्य साजिश गलत पहचान वाली है। एसपी ने स्पष्ट किया कि बहन की शिकायत को भी जांचा जा रहा है, लेकिन प्राथमिक जांच में यह अलग धारा का मामला लगता है। परिवार ने कहा कि और लोग शामिल हैं, जबकि पुलिस ने जांच जारी रखने का भरोसा दिलाया।
शिवानी के शव को रायबरेली के पिंडौली गांव लाया गया, जहां अंतिम संस्कार के साथ ही परिवार ने न्याय की मांग की। स्कूल के सैकड़ों शिक्षकों ने कैंडल मार्च निकाला और सोशल मीडिया पर #JusticeForShivani ट्रेंड कर रहा है। यह घटना न सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि ग्रामीण इलाकों में उत्पीड़न और अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति को भी उजागर करती है।
पुलिस ने अपील की है कि कोई भी सुराग मिलने पर संपर्क करें। मामले की आगे की जांच चल रही है।

