लोकसभा चुनाव से पहले एक बार असली मुददे गायब होने लगे है। अब बात केवल हिन्दु मुसलमान की होने लगी है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के असली हिंदुत्व को बचाने के बयान पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है। ओवैसी ने कहा, पिछले विधानसभा चुनाव में अखिलेश की पार्टी सपा को एकतरफा मुस्लिम वोट मिला है। भाजपा पूरे देश में मुसलमान को सीधे निशाना बना रही है और अखिलेश कह रहे हैं कि असली हिंदुत्व को बचाना है। आप संविधान को नहीं बचाएंगे। आप धर्मनिरपेक्षता को नहीं बचाएंगे।
अखलेस भैया ने कहा है कि “असली हिंदुत्व को बचाना ज़रूरी है” इस इंसान को पिछले चुनाव में रिकॉर्ड-तोड़ एक-तरफा मुसलमान वोट मिले थे। भाजपा मुल्क भर में मुसलमानों को हिंसा और नाइंसाफी का निशाना बना रही है, लेकिन भैया को ‘सांड समाचार’ से फुर्सत नहीं मिलती। ग़लती भैया की नहीं है, ग़लती…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 6, 2023
ओवैसी के इस बयान से उत्तर प्रदेश समेत देश के मुसलमान मतदाताओं को लेकर सियासत गर्म हो गई है। ओवैसी के इस बयान से प्रदेश की सियासत पर क्या असर पड़ेगा। असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके अखिलेश यादव पर सवाल उठाए हैं। जिस अंदाज में ओवैसी ने अखिलेश को तंज कसते हुए लिखा। उसमें साफ संदेश दिया गया कि भाजपा की सरकार मुसलमानों को हिंसा और नाइंसाफी का निशाना बना रही है। ओवैसी ने अखिलेश पर तंज करते हुए लिखा कि उन्हें सांड समाचार से फुरसत मिल नहीं रही। ओवैसी ने यह भी कहा कि गलती भैया कि नहीं, गलती तो उन बिचैलियों की है, जिन्होंने डरे हुए मुसलमानों को गुमराह किया है।
ओवैसी ने मुसलमानों को साफ संदेश दिया कि उनका वोट समाजवादी पार्टी को किया जाएगा तो वह गुमराह कहलाएंगे। फिलहाल ओवैसी ने यह भी लिखा श्एक आजाद सियासी आवाज के सिवा हमारा कोई और विकल्प नहीं है। मुसलमान एक तरफा रिकॉर्ड तोड़ सपा को वोट ना करें। फिलहाल राजनीतिक जानकार यह भी कहते हैं कि ओवैसी ने जिस अंदाज में मुसलमानों को गुमराह ना होने की सलाह दी है, इससे साफ है कि यूपी में औवेसी वोट में बिखराव कर समाजवादी पार्टी का खेल बिगाड़ना चाहते हैं।