meerut news भूनी टोल प्लाजा पर भारतीय सेना के जवान कपिल तोमर से मारपीट के मामले में पुलिस ने बुधवार को आठवें आरोपी रवि को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रवि को करनावल कट के झाल से पकड़ा। इससे पहले सात आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। वीडियो में रवि को लाठी से फौजी कपिल की पिटाई करते हुए देखा गया था। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
घटना के बाद घायल जवान कपिल तोमर का इलाज मिलिट्री अस्पताल में चल रहा है। बुधवार को सरधना विधायक अतुल प्रधान उनसे मिलने पहुंचे। उन्होंने फौजी के हालचाल पूछे और घटना को निंदनीय बताया। विधायक ने कहा कि ह्लदेश की सरहद पर डटे सैनिकों पर हमें गर्व है और उनके साथ ऐसा कृत्य किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
मामले ने पूर्व सैनिक संगठनों को भी आंदोलित कर दिया है। कई सेवानिवृत्त सैनिक अस्पताल पहुंचकर कपिल से मिले और इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने आरोपियों पर कठोर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की मांग की। वही इस मामले में पुलिस ने अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। हालांकि गिरफ्तारी तब हुई जब 18 अगस्त को पूर्व विधायक संगीत सोम और ग्रामीणों ने टोल प्लाजा के सामने धरना दिया।
एनएसए व बुलडोजर कार्रवाई की मांग
राष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी ने सैनिक के परिवार को पाँच लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की मांग उठाई है। संगठन ने सरकार से अपील की कि आरोपियों पर एनएसए लगाया जाए और बुलडोजर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी भारतीय सैनिक का अपमान करने का दुस्साहस न कर सके। संगठन ने यह भी कहा कि वे डीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे और हर हाल में फौजी व उसके परिवार के साथ खड़े रहेंगे।
घायल फौजी कपिल तोमर ने सुनाया दर्दनाक किस्सा
7 अगस्त की रात भूनी टोल प्लाजा पर भारतीय सेना के जवान कपिल तोमर के साथ हुए बर्बर व्यवहार ने समाज में गहरी चिंता पैदा कर दी है। मिलिट्री अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती फौजी कपिल ने बताया कि टोल स्टाफ ने उनके दोनों हाथ खंभे से बांधकर लाठी, ईंट और डंडों से हमला किया। कपिल तोमर ने कहा, मैंने अपना आर्मी आईडी कार्ड दिखाया, बस उसी पर उन लोगों ने मुझे पीटना शुरू कर दिया। आंखें बंद करते ही वो दृश्य याद आते हैं और मानसिक पीड़ा होती है। जख्म भर जाएंगे, लेकिन मेरा सम्मान कैसे लौटेगा। वह आगे बताते हैं कि छुट्टी खत्म होने के बाद उन्हें श्रीनगर अपनी ड्यूटी जॉइन करनी थी। टोल पर गाड़ियों की भीड़ में उन्होंने टोल स्टाफ से विनती की कि उन्हें जल्दी जाने दें, लेकिन उनका आईडी कार्ड फेंक दिया गया और हमला शुरू हो गया। कई लोग लाठी-डंडा लेकर आए और उनके हाथ पीछे खंभे से बांधकर मारपीट की। कपिल ने बताया कि सौभाग्य था कि सिर पर कोई चोट नहीं लगी, वरना हालात गंभीर होते।

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