सीएम योगी पर अभद्र टिप्पणी करने वाला भोलेंद्र पाल सिंह गिरफ्तार, विधायक भाई ने जताया दुख, कहा मैं योगी का सच्चा सिपाही हूँ

Gorakhpur News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में पिपराइच से भाजपा विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई भोलेंद्र पाल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। भोलेंद्र पर यह आरोप है कि उन्होंने गुरुवार रात फेसबुक पर सीएम योगी, उनके ओएसडी बल्लू राय और गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने रविवार देर रात कुशीनगर के एक होटल से भोलेंद्र को गिरफ्तार किया। गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राज करन नय्यर ने बताया कि भोलेंद्र को रिमांड पर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस मामले में भोलेंद्र के खिलाफ दो दिनों में साइबर थाना, पिपराइच, रामगढ़ताल और अन्य थानों में कुल सात एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें चार मुकदमे उनकी गिरफ्तारी के बाद दर्ज किए गए।
पुलिस के अनुसार, भोलेंद्र ने अपनी फेसबुक पोस्ट में जमीन विवाद का जिक्र करते हुए सीएम और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग किया था। पोस्ट को कुछ घंटों बाद डिलीट कर दिया गया, लेकिन तब तक इसका स्क्रीनशॉट वायरल हो चुका था, जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका पैदा हो गई। इसके अलावा, भोलेंद्र के ईंट-भट्ठे पर शनिवार रात छापेमारी के दौरान कच्ची शराब बनाने के सबूत और भारी मात्रा में लहन बरामद हुआ, जिसके आधार पर उनके सहयोगी राम मिलन को भी गिरफ्तार किया गया।
विधायक महेंद्र पाल सिंह का बयान
पिपराइच से भाजपा विधायक महेंद्र पाल सिंह ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि उनके भाई भोलेंद्र के कृत्य से वे और उनका परिवार बेहद आहत हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पिछले 20-25 वर्षों से भोलेंद्र से उनका कोई पारिवारिक संबंध नहीं है और परिवार में बंटवारा हो चुका है। विधायक ने कहा, “कानून सभी के लिए बराबर है। मेरा भाई हो या कोई और, गलत करने वाले को सजा मिलनी चाहिए। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सच्चा सिपाही हूं और उनके खिलाफ की गई टिप्पणी से दुखी हूं। मैं उनसे माफी मांगता हूं।”
महेंद्र पाल सिंह ने यह भी बताया कि भोलेंद्र शराब के नशे में अक्सर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते हैं और उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर पहले भी विधायक के खिलाफ गलत पोस्ट किए गए हैं, लेकिन उन्होंने कभी इसकी शिकायत नहीं की।
सामाजिक और राजनीतिक विवाद
भोलेंद्र की पोस्ट में जाति विशेष को लेकर भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था, जिसके बाद भाजपा समर्थकों और स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। इस मामले ने गोरखपुर में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि भोलेंद्र के खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और आईटी एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
यह घटना सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियों के दुरुपयोग और सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले मामलों की गंभीरता को उजागर करती है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और भोलेंद्र के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी का रुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल के दिनों में ऐसी घटनाओं पर सख्त रवैया अपनाया है। उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर हाल ही में एक पोस्ट में कहा गया कि उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश को माफिया, दंगा और गुंडागर्दी से मुक्त करने का वादा न केवल किया, बल्कि इसे करके भी दिखाया है। इस मामले में भी कड़ी कार्रवाई से यह संदेश स्पष्ट है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है।
यह मामला गोरखपुर की राजनीति और सामाजिक माहौल में चर्चा का विषय बना हुआ है, और प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सतर्कता बरत रहा है।
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