ghaziabad news भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने किसानों की मांगों को पूरा नहीं होने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी देकर समस्याओं के समाधान की मांग की।
भाकियू जिला अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन में कहा गया है कि हम मजदूर और किसान आज पूरे देश में अपने मुद्दों को उजागर करने और निवारण की मांग के लिए विरोध कर रहे हैं। हम यह ज्ञापन आपको इस उम्मीद के साथ भेज रहे हैं कि आप देश की इन दो प्रमुख उत्पादक शक्तियों के पक्ष में हस्तक्षेप करेंगे।
भारतीय किसान यूनियन विकास 38 वर्षों से देश के उस वर्ग की आवाज को उठा रही है। जिसे लोकतंत्र में दबाने का काम किया जा रहा है। देश का हताश किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहा है। लेकिन किसान मजदूर आदिवासी दलित शोषित पिछड़े वर्गों का यह संघर्ष अपने अधिकार के लिए जारी है। वर्ष 2025 शुरू हो चुका है लेकिन कोई भी ऐसा माध्यम नजर नहीं आ रहा है। जिससे इन वर्गों का उत्थान हो सकें।
किसानों ने 2020 में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश की राजधानी को घेर कर आंदोलन किया था। किसानों के लंबे संघर्ष के बाद जब कृषि कानून वापस लिए गए थे, तब किसानों के लिए किए गए वादे का आज तक पूरे नहीं हुए हैं।
इस मौके पर भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव ओमपाल सिंह, राजेंद्र चौधरी, जीत सिंह, नेपाल सिंह ,पवन चौधरी (दुहाई), पवन चौधरी(लालाराम बापू),अब्दुल चौधरी ,युवा जिला अध्यक्ष छोटे चौधरी, सुधीर चौधरी बाहुबली ,बबीता चौधरी , मंजू चौधरी , मनीषा चौधरी, सीमा चौधरी, पूनम चौधरी, अखिल चौधरी, अनुज चौधरी, रविंदर चौधरी , शमशेर राणा , हरिंदर चौधरी , यीशु चौधरी, चिराग चौधरी, कुणाल चौधरी, अजीत सिंह, पिंटू , तनुज , बिल्लू , चमन , अजीत , अंकित, अमित सेंसर, टिल्लू, जवाहर सिंह, रिजवान, अंसार, चंद्र मौजूद रहे।
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