प. बंगाल पंचायत चुनावः हिंसा के मतदान, 12 लोगों की गई जान

पश्चिम बंगाल में जिसका डर था वही हुआ। आज हिंसा के बीच पंचायत चुनाव में 73 हजार से अधिक सीटों पर मतदान शुरू हुआ है। मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती की भी गई है। केंद्रीय बलों के करीब 83 हजार जवानों की मतदान केंद्रों पर तैनाती की गई है। केंद्रीय बलों के साथ 19 राज्यों की सशस्त्र पुलिस भी बंगाल में तैनात है, जिन्हें चुनाव के दौरान सुरक्षा का जिम्मा दिया गया है।
भाजपा के अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा के बाद लोकतंत्र बहाल करने का अनुरोध किया है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक बयान में कहा कि उसने एसईसी को एक पत्र भेजा है। संवेदनशील बूथों के बारे में एसईसी का दरवाजा खटखटाने के बावजूद कोई जानकारी साझा नहीं की गई। इसके अलावा, जिन स्थानों पर राज्य पुलिस तैनात है, वहां भारी हिंसा की घटना हुई हैं।

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अगर संवेदनशील इलाकों की उचित सूची मुहैया कराई गई होती तो केंद्रीय बलों की तैनाती आसान हो जाती। दक्षिण 24 परगना जिले के फूल मलांचा में कथित विस्फोट पर उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (SDPO) दिबाकर दास ने कहा, एक व्यक्ति के मृत होने का संदेह है और डॉक्टरों द्वारा अभी तक मृत घोषित नहीं किया गया है। बम पीड़ित के सिर पर लगा।
इस बीच, पुरुलिया एक नंबर ब्लाक का अंतर्गत गाड़ाफुसड़ा जूनियर हाई स्कूल का 16 नंबर मतदान केंद्रों में एक व्यक्ति ने बैलट बॉक्स में पानी डाल दिया। इस घटना के बाद मौके पर पुलिस फोर्स भी पहुंची। जांच के लिए वे सीसी कैमरा लेकर लेकर गए। जांच पड़ताल के बाद चुनाव आयोग ने इस मतदान केंद्र में मतदान की प्रक्रिया को स्थगित कर दिया है। वही भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, बंगाल में आज जो पंचायत चुनाव हो रहे हैं, उसमें हिंसा का तांडव हो रहा है। अभी तक एक दर्जन से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। ममता जी आपने अपने बंगाल को कहां पहुंचा दिया? एक समय बंगाल लोकतंत्र की जननी थी। राष्ट्रीय जागरण का केंद्र था।

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