बिहार चुनाव के बीच पूर्व बीजेपी विधायक की कार से बियर बरामद, पुलिस ने किया गिरफ्तार भेजा जेल

Bihar Elections Bettiah/West Champaran News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियों के बीच एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व भाजपा विधायक धनंजय कन्नौजिया की कार से तीन कैन बियर बरामद होने के बाद उन्हें और उनके चालक को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। यह कार्रवाई बिहार की सख्त शराबबंदी कानून के तहत की गई, जो राज्य में पूर्ण रूप से लागू है।

घटना गुरुवार शाम को पश्चिम चंपारण जिले के नौतन थाना क्षेत्र के मंगलपुर बांध स्थित बरियारपुर चेकपोस्ट पर घटी। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर चुनावी अवधि और त्योहारों के मद्देनजर वाहनों की सघन जांच चल रही थी। गोपालगंज की ओर से आ रही काले रंग की किआ सेल्टोस कार (नंबर: यूपी60बीएफ7153) को स्थानीय पुलिस, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और स्पेशल सर्विलांस टीम (एसएसटी) ने रोका। मजिस्ट्रेट विकास कुमार की मौजूदगी में की गई तलाशी के दौरान कार की डिक्की में रखे एक ट्रॉली बैग से तीन कैन बडवाइजर लेजर बियर (प्रत्येक 500 मिलीलीटर, बैच नंबर 7427) बरामद हुए।

गिरफ्तार व्यक्तियों में पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया (पिता: संजय प्रसाद कन्नौजिया, निवासी: जमुआ, बलिया, उत्तर प्रदेश) प्रमुख हैं, जो 2017 से 2022 तक बलिया जिले के बेल्थरारोड विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक रह चुके हैं। उनके साथ चालक दिलीप सिंह (पिता: शिव सहाय सिंह, निवासी: राजपुर, पलिया, बलिया, उत्तर प्रदेश) भी थे। पूछताछ में दोनों ने बरामद शराब के संबंध में कोई वैध दस्तावेज या संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराई गई और वाहन सहित बरामद सामग्री को जब्त कर लिया गया।

नौतन थाने में शराबबंदी अधिनियम के उल्लंघन के तहत मामला संख्या 519/25 दर्ज कर दोनों आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि चुनावी माहौल में अवैध शराब, नकदी या अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं के परिवहन पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। सभी एसएसटी और उड़न दलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

यह घटना राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि धनंजय कन्नौजिया बिहार चुनाव में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के समर्थन में प्रचार और अन्य कार्यों के लिए राज्य में आए थे। भाजपा या एनडीए की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विपक्षी दल इसे शराबबंदी कानून की पोल खोलने वाला बता रहे हैं। बिहार में शराबबंदी 2016 से लागू है, और इसका उल्लंघन करने पर कठोर सजा का प्रावधान है, जिसमें 10 वर्ष तक की कैद और जुर्माना शामिल है।

प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई चुनाव की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए की गई है, और आगे भी ऐसी जांचें जारी रहेंगी। इस मामले की आगे की जांच नौतन थाना पुलिस कर रही है।

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