यह निमंत्रण बुधवार (19 नवंबर 2025) को नई दिल्ली में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक के दौरान बांग्लादेश के NSA खलीलुर रहमान ने अजीत डोभाल को दिया। बांग्लादेश हाई कमीशन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बैठक में “महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों” पर चर्चा हुई।
गौरतलब है कि शेख हसीना अगस्त 2024 से भारत में शरण लिए हुए हैं और बांग्लादेश सरकार ने उनकी प्रत्यर्पण की माँग भी की है। मृत्युदंड की सज़ा आने के ठीक बाद यह उच्च-स्तरीय संपर्क दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद संवाद बनाए रखने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
गुरुवार (20 नवंबर 2025) को नई दिल्ली में कोलंबो सिक्योरिटी कॉनक्लेव (Colombo Security Conclave) के सातवें NSA स्तर की बैठक हो रही है, जिसमें भारत के अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, मॉरीशस और पर्यवेक्षक के तौर पर सेशेल्स हिस्सा ले रहे हैं। मलेशिया को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस बैठक की मेजबानी भारत कर रहा है और अजीत डोभाल इसके अध्यक्ष हैं।
बैठक में निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा और 2026 के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा:
• समुद्री सुरक्षा
• आतंकवाद और कट्टरपंथ का मुकाबला
• अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध
• साइबर सुरक्षा और क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की रक्षा
• मानवीय सहायता और आपदा राहत
विश्लेषकों का मानना है कि हसीना को फाँसी की सज़ा और प्रत्यर्पण के मुद्दे के बावजूद बांग्लादेश का यह कदम क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को बनाए रखने की इच्छा दिखाता है, क्योंकि कोलंबो सिक्योरिटी कॉनक्लेव में बांग्लादेश एक संस्थापक सदस्य है।
फिलहाल भारत ने शेख हसीना के प्रत्यर्पण पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है और कहा है कि यह मामला कानूनी एवं मानवीय आधार पर देखा जाएगा।

