नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो (IndiGo flights) एक बार फिर संकट में फंस गई है। पिछले दो दिनों से लगातार चली आ रही फ्लाइट कैंसिल और देरी की समस्या आज तीसरे दिन भी जारी रही। इसके तहत हैदराबाद, बेंगलुरु, कोलकाता और दिल्ली जैसे प्रमुख हवाई अड्डों पर सैकड़ों यात्री फंस गए, जबकि एयरलाइन ने 175 से अधिक उड़ानों को रद्द कर दिया। विमानन नियामक डीजीसीए ने इंडिगो को समन जारी कर कारणों की पूरी जानकारी मांगी है।
आइए जानते हैं इस हाहाकार के पीछे की 10 अहम बातें…
1. तीसरे दिन भी जारी रही बाधाएं
बता दें कि मंगलवार और बुधवार को शुरू हुई समस्या गुरुवार को भी बरकरार रही। रॉयटर्स के अनुसार, इंडिगो ने 175 उड़ानों को रद्द किया, जो मुख्य रूप से पायलट और क्रू की कमी से जुड़ा है। बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ही 73 उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जबकि हैदराबाद में 68 उड़ानें प्रभावित हुईं।
2. प्रभावित शहरों में हाहाकार
दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद और जयपुर जैसे शहरों के हवाई अड्डों पर यात्री घंटों इंतजार करते नजर आए। कोलकाता में 24 उड़ानें देरी से चलीं, जिनमें से 2 पूरी तरह रद्द हो गईं। सोशल मीडिया पर यात्री अपनी व्यथा साझा कर रहे हैं, जहां परिवारों के साथ फंसे लोग महत्वपूर्ण मीटिंग्स और कनेक्शन मिस कर रहे हैं।
3. यात्रियों का गुस्सा फूटा
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यात्री सोशल मीडिया पर #IndiGoChaos जैसे हैशटैग से अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। जयपुर एयरपोर्ट से एक रिपोर्ट में यात्रियों ने कहा, “क्या करें हम? बिना सूचना के फ्लाइट कैंसल हो गईं।” कईयों ने एयरलाइन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
4. इंडिगो का बयान: माफी और 48 घंटे की चेतावनी
एयरलाइन ने बयान जारी कर कहा, “पिछले दो दिनों से नेटवर्क में गंभीर बाधाएं आई हैं। हम यात्रियों से माफी मांगते हैं।” इंडिगो ने शेड्यूल में अस्थायी बदलाव की घोषणा की है, जो अगले 48 घंटे तक जारी रहेगी। कंपनी का दावा है कि टीमें रात-दिन काम कर रही हैं ताकि सामान्य स्थिति बहाल हो।
5. क्रू की कमी मुख्य वजह
नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट नियमों के कारण क्रू की उपलब्धता कम हो गई है। फर्स्टपोस्ट के अनुसार, ये नियम पायलटों की थकान रोकने के लिए हैं, लेकिन इंडिगो पर इसका उल्टा असर पड़ा। रिजर्व क्रू को शॉर्ट नोटिस पर तैनात न कर पाने से उड़ानें रद्द हो रही हैं।
6. तकनीकी खराबी और मौसम की मार
इंडिगो ने अन्य कारणों में छोटी-मोटी तकनीकी गड़बड़ी, विंटर शेड्यूल बदलाव, खराब मौसम और हवाई यातायात में भीड़ का जिक्र किया। मिंट की रिपोर्ट में कहा गया कि ये कारक मिलकर समस्या को बढ़ा रहे हैं।
7. नवंबर से ही सर्कस, 1,232 उड़ानें रद्द
मीडिया के डेटा से पता चलता है कि नवंबर में ही 1,232 उड़ानें रद्द हुईं, जिनमें से ज्यादातर क्रू और थ्क्ज्स् से जुड़ी थीं। 2 दिसंबर को पंक्चुअलिटी रेट सिर्फ 35ः रहा, जबकि अक्टूबर में यह 84ः था।
8. डीजीसीए की सख्ती, समन और जांच
विमानन मंत्रालय ने इंडिगो को हेडक्वार्टर बुलाया है। डीजीसीए ने कारणों की पूरी रिपोर्ट और मिटिगेशन प्लान मांगा है। इंडिया टुडे के अनुसार, नियामक यात्रियों की असुविधा कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आदेश दे चुका है।
9. राजनीतिक बयानबाजी शुरू
सीपीआई सांसद पी. संदोष कुमार ने एएनआई से कहा, “इंडिगो सबसे बड़ा प्राइवेट प्लेयर है, लेकिन देरी और कैंसिलेशन की शिकायतें बढ़ रही हैं। केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए।” विपक्ष ने नेशनल एयरलाइन की कमी पर सवाल उठाए हैं।
10. यात्रियों के लिए सलाह, अपडेट चेक करें
इंडियन एक्सप्रेस के लाइव अपडेट्स के मुताबिक, यात्री घर से निकलने से पहले इंडिगो ऐप या वेबसाइट पर स्टेटस चेक करें। एयरलाइन वैकल्पिक उड़ानें बुक कर रही है, लेकिन भीड़ के कारण देरी संभव है। डीजीसीए ने यात्रियों को मुआवजा का हक दिलाने का आश्वासन दिया है।
यह संकट इंडिगो की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहा है, जो रोज 2,200 से ज्यादा उड़ानें संचालित करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय में क्रू हायरिंग बढ़ानी होगी। यात्रियों से अपील है कि धैर्य रखें और आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें।

