प्राधिकरणों के अफसर सवालों के घेरे मेंः ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हुए एमओयू में 70 फीसदी कंपनियों ने निवेश से पीछे हटाए कदम

UP Ground Breaking Ceremony: यूपी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी पीछले कुछ सालों से प्रति वर्ष हो रही है। जिसमें गौतमबुद्ध नगर में सबसे ज्यादा निवेश और जिले के लोगों को रोजगार मिलना था लेकिन धरातल पर अब तक कुछ खास नहीं दिख रहा है। निवेशकों के कदम नहीं बढ़ाने की वजह से औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के अफसरों पर सवाल उठने लगे है।

आकर्षित तो किया लेकिन प्लाॅट नही मिले
बता दें कि प्रदेश जिले से 70 फीसदी कंपनियों ने कदम पीछे में सबसे ज्यादा निवेश आकर्षित करने वाले खींच लिए हैं। इसकी वजह निवेशकों से मनचाही मांगें और भूखंड आवंटन में देरी बताई जा रही है। पिछले साल फरवरी में लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी हुई थी। पूरे प्रदेश में हुए 10 लाख करोड़ के निवेश में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी गौतमबुद्धनगर की रही थी। करीब 1,377 निवेशकों ने गौतमबुद्ध नगर को पहली पसंद बताया था और 2.95 करोड़ के निवेश प्रस्ताव लेकर ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शामिल हुए थे।

यमुना प्राधिकरण का बुरा हाल
बताया गया था कि निवेश से जिले में 7 करोड़ 45 लाख से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे, लेकिन इनमें से करीब 70 प्रतिशत यानी 939 ई का इकाई यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों के लिए 3041 भूखंडों का आवंटन हो चुका है। क्षेत्र में सिर्फ 14 कंपनियां शुरू हो सकी हैं, जबकि 114 निर्माणाधीन बताई जाती है। सबसे ज्यादा बुरा हाल यमुना प्राधिकरण क्षेत्र का ही है।
सीएम ने दिये जांच के आदेश
जीबीसी के तहत प्रस्तावों के अनुसार, प्राधिकरण क्षेत्र सिर्फ एक ही कंपनी शुरू हुई है। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आवंटन के बाद कंपनियां चालू न होने के मामले में जांच शुरू करने की बात कही है, इससे निवेशकों की काफी हद तक समस्याएं हल होने की संभावना है।

11 फीसदी कंपनियां ही शुरू 
जीबीसी के तहत शुरु हुई कंपनियों का विवरण ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में आए कुल प्रस्तावों के सापेक्ष 11 फीसदी कंपनियों ने ही उत्पादन शुरू किया है। इन कंपनियों ने जिले में 858 करोड़ का निवेश किया और इनमें 1.99 लाख लोगों के रोजगार मिला है। इनमें वीवो, एनआईडीपी डिवेलपर, उर्वशी इंफ्राटेक, थीम काउंटी समेत कुछ ही बड़ी, जबकि अधिकतर छोटी कंपनियां हैं।

जीएम डीआईसी अनिल कुमार ने बताया कि 1,377 निवेशकों में से कंपनी अल्ट्रा मेगा 08 सुपर मेगा मेगा लार्ज मीडियम स्मॉल माइक्रो ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के आंकड़े 438 कंपनियों ने निवेश की इच्छा जताई 2,23,888 करोड़ रुपये निवेश होना था 5,77,792 रोजगार सृजित होने थे। “ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में निवेशकों के पास जमीन की उपलब्धता थी, उन्होंने एमओयू कर लिया है। बड़ी संख्या में निवेशकों के पास जमीन की उपलब्धता नहीं है। यही कारण है कि उनके प्रस्ताव अब तक धरातल पर नहीं उतर पाए हैं।

 

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