दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रा से गैंगरेप की कोशिश: गार्ड और मेस वर्कर समेत चार आरोपी धरे, छात्रों का उग्र विरोध

Attempted gang rape of a student at Delhi’s South Asian University: दिल्ली स्थित साउथ एशियन यूनिवर्सिटी (एसएयू) में एक 18 वर्षीय प्रथम वर्ष की बीटेक छात्रा पर गैंगरेप की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटना 12 अक्टूबर 2025 की रात कैंपस के एक निर्माण स्थल पर हुई, जहां चार व्यक्तियों ने कथित तौर पर छात्रा को एक खाली कमरे में घसीटकर यौन उत्पीड़न किया। आरोपियों में यूनिवर्सिटी का एक सिक्योरिटी गार्ड और एक मेस वर्कर शामिल हैं, जिसमें मेस वर्कर फरार बताया जा रहा है।

पीड़िता, जो बिहार की रहने वाली है, ने बताया कि आरोपियों ने उसे जबरन कमरे में ले जाकर यौन शोषण किया और एक गोली जबरदस्ती मुंह में डालने की कोशिश की, जिसे उसने थूक दिया। घटना के बाद छात्रा ने वॉर्डन और हॉस्टल केयरटेकर से मदद मांगी, लेकिन उन्हें पीड़िता को दोष देने और मामले को दबाने की सलाह देने का आरोप लगाया गया है। वॉर्डन ने कथित तौर पर कहा, “नहा लो, कपड़े बदल लो, सब ठीक है।” प्रशासन ने मामले को पुलिस को रिपोर्ट करने में देरी की, जिससे छात्रों में गुस्सा भड़क गया।

छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ 40 घंटे से अधिक समय तक विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें यूनिवर्सिटी अधिकारियों पर मामले को छिपाने, फोरेंसिक सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश और एफआईआर दर्ज करने में देरी का आरोप लगाया गया।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रशासन ने शुरुआत में घटना को “पैनिक अटैक” बताकर खारिज कर दिया। छात्रों के जोरदार हंगामे के बाद 14 अक्टूबर की दोपहर दिल्ली पुलिस को बुलाया गया और एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें गैंगरेप की कोशिश और अपहरण की धाराएं शामिल हैं।

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और यूनिवर्सिटी से तीन दिनों के भीतर कार्रवाई की मांग की है। विदेश मंत्रालय (एमईए), जिसके अधीन एसएयू आता है, ने यूनिवर्सिटी से रिपोर्ट मांगी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हस्तक्षेप की मांग की जा रही है। यूनिवर्सिटी ने मामले की जांच के लिए एक नई समिति गठित की है, लेकिन छात्रों का कहना है कि यह अपर्याप्त है और पारदर्शी जांच की जरूरत है।

वर्तमान में कैंपस में विरोध प्रदर्शन जारी हैं और मीडिया कर्मियों को छात्रों से बात करने से रोका जा रहा है। छात्रों ने प्रशासन की बड़ी व्यवस्थागत विफलताओं की ओर इशारा किया है, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में लापरवाही शामिल है। पुलिस जांच कर रही है और आरोपी गार्ड को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। यह घटना उच्च शिक्षा संस्थानों में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है।

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