बिहार में मंत्री से सवाल पूछना ‘मना’ ? जीवेश मिश्रा पर पत्रकार पिटाई का गंभीर आरोप, तेजस्वी ने वीडियो दिखाकर की FIR की मांग

Journalist beaten up in Bihar News: बिहार में शहरी विकास एवं आवास मंत्री जीवेश कुमार मिश्रा पर एक स्थानीय पत्रकार या यूट्यूबर को पीटने का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने हंगामा मचा दिया है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सोमवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस घटना का वीडियो प्रसारित किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर पत्रकारों की ऐसी दुर्गति हो रही है, तो आम जनता का क्या हाल होगा? इस मामले में अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, लेकिन पुलिस जांच में जुटी हुई है।

घटना दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र में रविवार रात को हुई, जो मंत्री जीवेश मिश्रा का अपना निर्वाचन क्षेत्र है। आरोप है कि मंत्री अपने क्षेत्र के दौरे पर थे, जब एक स्थानीय पत्रकार (या यूट्यूबर) ने सड़कों की खराब स्थिति को लेकर सवाल पूछा। गुस्साए मंत्री ने कथित तौर पर पत्रकार का मोबाइल छीन लिया, वीडियो डिलीट करने का आदेश दिया और फिर गाली-गलौज करते हुए उनकी पिटाई कर दी। तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीडियो दिखाते हुए दावा किया कि पत्रकार पिछड़ी जाति का है और मंत्री ने न केवल शारीरिक हमला किया, बल्कि उसकी मां-बहन को अपशब्द भी कहे। उन्होंने कहा, “यह एनडीए सरकार का ‘जंगल राज’ है। 2005 से पहले ऐसी घटनाएं आम थीं, लेकिन अब फिर वही हालात लौट आए हैं। क्या मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को पता नहीं?”

तेजस्वी ने मंत्री के खिलाफ पहले से चले आ रहे फर्जी दवा मामले का भी जिक्र किया, जिसमें राजस्थान की एक अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा, “अपराधी मंत्री बन चुके हैं। अगर पत्रकार से सवाल पूछना अपराध है, तो गरीबों का क्या होगा? पीएम मोदी कल बिहार आए थे, क्या वे न्याय सुनिश्चित करेंगे?” विपक्ष ने मंत्री के इस्तीफे की मांग की है और कहा कि प्रशासन मंत्री को बचाने का काम कर रहा है।
दूसरी ओर, घटना के बाद जाले क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। यूट्यूबर (या पत्रकार) दिलीप कुमार ने नाम से शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें मंत्री और उनके सहयोगियों पर मारपीट का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। भाजपा की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विपक्ष ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है।

यह घटना बिहार की राजनीति में नया विवाद खड़ी कर सकती है, खासकर तब जब राज्य में विकास और कानून-व्यवस्था मुद्दे गर्म हैं। तेजस्वी ने ट्वीट कर भी इसकी निंदा की और कहा कि “मंत्री से सवाल पूछना मना है क्या?”

यह भी पढ़े: राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता में सिटी हार्ट स्कूल का दबदबा कायम

यहां से शेयर करें