Apple Older Devices News: एप्पल कंपनी ने अपनी पुराने उत्पादों की ‘विंटेज एंड ऑब्सोलेट’ लिस्ट को अपडेट कर दिया है, जिसमें कई लोकप्रिय डिवाइसों को शामिल किया गया है। इनमें मूल iPhone SE, दूसरी पीढ़ी के iPad Pro मॉडल और Apple Watch Series 4 शामिल हैं। कंपनी की नीति के अनुसार, इन डिवाइसों के लिए अब हार्डवेयर रिपेयर या सर्विस सपोर्ट उपलब्ध नहीं होगा, जिससे लाखों यूजर्स के लिए समस्या खड़ी हो सकती है।
एप्पल ने 1 दिसंबर 2025 को यह अपडेट जारी किया, जो कंपनी की सात साल पुरानी नीति का हिस्सा है। इसके तहत कोई भी उत्पाद जो बिक्री बंद होने के सात साल बाद हो जाता है, उसे ‘ऑब्सोलेट’ घोषित कर दिया जाता है। इस लिस्ट में नई जोड़ी गई पांच प्रमुख डिवाइसें हैं:
• iPhone SE (पहली पीढ़ी, 2016): यह 2016 में लॉन्च हुआ था और 2018 में बिक्री बंद हो गई। अब यूजर्स को इसके लिए पार्ट्स या रिपेयर सर्विस नहीं मिलेगी।
• iPad Pro 12.9-इंच (दूसरी पीढ़ी, 2017): प्रोफेशनल यूजर्स के बीच पॉपुलर यह टैबलेट अब सर्विस से बाहर।
• iPad Pro 10.5-इंच (दूसरी पीढ़ी, 2017): इसी साल लॉन्च हुआ यह मॉडल भी लिस्ट में शामिल।
• Apple Watch Series 4 (GPS + सेल्युलर, 40mm और 44mm): 2018 का यह स्मार्टवॉच मॉडल अब रिपेयर के दायरे से बाहर हो गया।
एप्पल की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, ऑब्सोलेट उत्पादों के लिए केवल सॉफ्टवेयर अपडेट्स उपलब्ध रहते हैं, लेकिन हार्डवेयर सपोर्ट पूरी तरह बंद हो जाता है। कंपनी का कहना है कि यह नीति तकनीकी रूप से पुराने डिवाइसों को बनाए रखने की सीमाओं के कारण अपनाई गई है। हालांकि, यूजर्स के बीच इससे असंतोष बढ़ रहा है, खासकर उन लोगों के लिए जो इन डिवाइसों को अभी भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
भारत में, जहां iPhone SE जैसे बजट मॉडल ने मिडिल क्लास यूजर्स को आकर्षित किया था, यह अपडेट लाखों लोगों को प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अब यूजर्स को थर्ड-पार्टी रिपेयर शॉप्स पर निर्भर होना पड़ेगा, जो अक्सर महंगे और अनिश्चित होते हैं। मैकरूमर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, iPhone SE को फरवरी 2025 में ही आधिकारिक तौर पर बंद कर दिया गया था, जिसके बाद यह अपडेट अपेक्षित था।
एप्पल ने इस बदलाव पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया, लेकिन कंपनी की सपोर्ट पेज पर पूरी लिस्ट उपलब्ध है। यूजर्स को सलाह दी जा रही है कि वे नए मॉडल्स पर अपग्रेड करें, जैसे iPhone 16 सीरीज या लेटेस्ट Apple Watch। यदि आपके पास इनमें से कोई डिवाइस है, तो जल्द से जल्द बैकअप लें और वैकल्पिक विकल्प तलाशें।
यह अपडेट एप्पल के पर्यावरणीय लक्ष्यों से भी जुड़ा माना जा रहा है, जहां कंपनी पुराने डिवाइसों को रिसाइकल करने को प्रोत्साहित कर रही है। लेकिन यूजर कम्युनिटी में बहस छिड़ गई है कि क्या यह नीति उपभोक्ता-अनुकूल है या सिर्फ नए उत्पाद बेचने का बहाना।

