घटना कल शाम तक़रीबन 7:30 बजे के आसपास सेक्टर-18 के मुख्य मार्ग पर हुई, जहां बाजार क्षेत्र की चहल-पहल हमेशा चरम पर रहती है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ऑटो चालक ने ओवरटेकिंग के प्रयास में कार से जोरदार टक्कर ली, लेकिन दोनों पक्षों को कोई गंभीर चोट नहीं आई। स्थिति तब बिगड़ गई जब आसपास खड़े कुछ लोग बीच-बचाव के लिए आगे आए। कार मालिक, जो एक स्थानीय व्यवसायी बताया जा रहा है, ने एक युवक पर गुस्सा उतारते हुए अपशब्दों की भरमार कर दी। युवक ने बताया, “मैंने सिर्फ शांति बनाए रखने की कोशिश की थी, लेकिन कार मालिक ने मुझे ही दोषी ठहरा दिया। उनकी गालियों से पूरा इलाका सन्न रह गया।”
इस विवाद के चलते सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जो करीब घंटों तक चलीं। सेक्टर-18 मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचने वाले रास्ते पूरी तरह अवरुद्ध हो गए, जिससे स्कूल-कॉलेज आने वाले छात्रों, दुकानदारों और ऑफिस जाने वालों को खासी परेशानी हुई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, “ट्रैफिक जाम इतना गंभीर था कि एम्बुलेंस भी मुश्किल से गुजर पाई। लेकिन पुलिस का कोई निशान तक नहीं था। क्या यही है शहर की ट्रैफिक व्यवस्था?”
नोएडा ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग को इसकी सूचना देर शाम मिली, और अब जांच की जा रही है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि व्यस्त इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ाने की जरूरत है। नोएडा में हाल के दिनों में सड़क दुर्घटनाओं और रोड रेज की घटनाएं बढ़ी हैं। अक्टूबर-नवंबर 2025 में ही सेक्टर-18 और आसपास के क्षेत्रों में कई मामूली टक्करों ने बड़े जाम का रूप ले लिया था, जैसा कि मीडिया की रिपोर्ट्स में उल्लेखित है। विशेषज्ञों का मानना है कि ड्राइविंग लाइसेंस की सख्त जांच, नियमित पेट्रोलिंग और जागरूकता अभियान से ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।
स्थानीय निवासियों ने सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर आक्रोश जताया है। कई यूजर्स ने ट्विटर (अब एक्स) पर पोस्ट शेयर करते हुए ट्रैफिक पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। एक यूजर ने लिखा, “नोएडा जैसे स्मार्ट सिटी में पुलिस कहां गायब हो जाती है? यह ट्रैफिक जाम हमारी जिंदगी का हिस्सा न बन जाए।” नोएडा प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन उम्मीद है कि इस घटना से सबक लेते हुए ट्रैफिक प्रबंधन में सुधार होगा।
नोएडा ट्रैफिक हेल्पलाइन: 0120-2710700।

