विदेशी दूतावासों की चेतावनी
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है:
• सिंगापुर हाई कमीशन ने दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले सिंगापुर नागरिकों को सतर्क रहने और फ्लाइट स्टेटस मॉनिटर करने की सलाह दी, क्योंकि GRAP स्टेज-4 लागू होने से उड़ानें प्रभावित हो रही हैं।
• ब्रिटेन ने गर्भवती महिलाओं, हृदय या श्वास रोगियों को भारत यात्रा से पहले डॉक्टर से सलाह लेने को कहा।
• कनाडा ने भी समान चेतावनी जारी की, जिसमें श्वास रोगियों को नियमित रूप से AQI चेक करने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर दाखिल याचिका की सुनवाई 17 दिसंबर को तय की है। चीफ जस्टिस सूर्या कांत की बेंच ने अमिकस क्यूरी की दलीलों पर ध्यान देते हुए कहा कि मौजूदा उपाय तो हैं, लेकिन उनका क्रियान्वयन कमजोर है। कोर्ट ने खुद भी प्रदूषण के कारण वकीलों और पक्षकारों को हाइब्रिड/वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मोड अपनाने की सलाह दी है। अमिकस ने बच्चों के स्वास्थ्य और स्कूलों में आउटडोर एक्टिविटी पर चिंता जताई।
GRAP-4 के सख्त उपाय लागू
कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने GRAP स्टेज-4 तुरंत लागू कर दिया है। इसमें निर्माण कार्य पूरी तरह रोकना, गैर-जरूरी ट्रकों की एंट्री पर बैन, स्कूलों में हाइब्रिड मोड और आउटडोर स्पोर्ट्स पर पाबंदी शामिल है। विशेषज्ञों के अनुसार, कम हवाएं और कम तापमान के कारण प्रदूषक जमीन के करीब फंस रहे हैं।
स्वास्थ्य जोखिम और व्यापक समस्या
AQI 401-500 ‘गंभीर’ श्रेणी में है, जो सभी के लिए स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है—खासकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वास रोगियों के लिए। विशेषज्ञ N95 मास्क पहनने और बाहर कम निकलने की सलाह दे रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर के अलावा पूरे देश में प्रदूषण फैल रहा है। नए हॉटस्पॉट गोवा, गुवाहाटी और पूर्वोत्तर राज्यों में उभर रहे हैं, जहां साल भर प्रदूषण बना रहता है। गोवा में कचरा जलाने और पूर्वोत्तर में अन्य कारणों से हवा खराब हो रही है।
मौसम विभाग ने कोहरे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले कुछ दिनों में हल्की राहत की उम्मीद है, लेकिन लंबे समाधान की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है। प्रदूषण अब केवल सर्दियों की नहीं, बल्कि साल भर की समस्या बनता जा रहा है।

