दोस्ती टूटने के बाद ट्रंप को ‘नीचा दिखाने’ की धमकी दे चुके थे

Notorious sex offender: British Financier News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कुख्यात सेक्स अपराधी ब्रिटिश फाइनेंसर जेफ्री एपस्टीन के बीच पुरानी दोस्ती के टूटने के बाद एपस्टीन ने ट्रंप को ‘नीचा दिखाने’ या ‘टेक डाउन’ करने की धमकी दी थी। यह चौंकाने वाला खुलासा हाल ही में अमेरिकी हाउस ओवरसाइट कमिटी के डेमोक्रेट्स द्वारा जारी किए गए ईमेल्स से सामने आया है। ये ईमेल्स एपस्टीन के एस्टेट से प्राप्त हुए हैं और इनमें ट्रंप के बारे में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जो अमेरिकी राजनीति में नई बहस छेड़ सकते हैं।

एपस्टीन, जो 2019 में जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए थे, पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और ट्रैफिकिंग के गंभीर आरोप थे। उनकी साथी घिस्लेन मैक्सवेल को 2022 में दोषी ठहराया गया था। ट्रंप और एपस्टीन की दोस्ती 1980-90 के दशक में फ्लोरिडा के मार-ए-लागो क्लब से शुरू हुई थी, लेकिन 2000 के दशक के मध्य में यह टूट गई। ट्रंप ने बाद में दावा किया था कि उन्होंने एपस्टीन को क्लब से निकाल दिया था क्योंकि वह महिलाओं के प्रति ‘क्रिप’ (अनुचित) व्यवहार करता था।

नए ईमेल्स में एपस्टीन ने 2011 में मैक्सवेल को लिखा, “मैं चाहता हूं कि आप समझें कि वह कुत्ता जो कभी भौंकता नहीं है, वह ट्रंप है। [पीड़िता का नाम रेडैक्टेड, जिसकी पहचान वर्जीनिया ग्यूफ्रे के रूप में हो रही है] ने उसके साथ मेरे घर पर घंटों बिताए, लेकिन ट्रंप ने कभी इसका जिक्र नहीं किया।” ग्यूफ्रे, जो एपस्टीन की प्रमुख पीड़िताओं में से एक थीं (और अप्रैल 2025 में आत्महत्या कर ली थीं), ने कभी ट्रंप पर गलत काम का आरोप नहीं लगाया। उन्होंने कहा था कि ट्रंप उनके साथ ‘बहुत दोस्ताना’ थे।

एक अन्य ईमेल में, 2019 में पत्रकार माइकल वोल्फ को लिखे पत्र में एपस्टीन ने साफ कहा, “ट्रंप ने कहा कि उसने मुझसे इस्तीफा देने को कहा, कभी क्लब का सदस्य नहीं रहा। बेशक, वह लड़कियों के बारे में जानता था क्योंकि उसने घिस्लेन से उन्हें रोकने को कहा था।” वोल्फ, जो ट्रंप पर किताबें लिख चुके हैं, ने कहा कि वे एपस्टीन से ट्रंप के बारे में विस्तार से बात कर रहे थे।

एक और ईमेल में एपस्टीन ने ट्रंप के व्यवसायिक तरीकों को ‘डर्टी’ (गंदा) बताया और कहा, “मुझे पता है कि डोनाल्ड कितना गंदा है।”

2015 के एक ईमेल में वोल्फ ने एपस्टीन को सलाह दी कि ट्रंप के सीएनएन इंटरव्यू के लिए ‘जवाब तैयार’ करें, ताकि अगर ट्रंप एपस्टीन के प्लेन या घर आने से इनकार करें तो यह ‘राजनीतिक हथियार’ बन सके। 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले वोल्फ ने एपस्टीन को इंटरव्यू का मौका दिया, जिसमें ट्रंप को ‘फिनिश’ करने की बात कही गई। एपस्टीन ने जवाब में कहा कि ट्रंप शायद उन्हें ‘ग्रेट गाय’ कहकर बचा लेंगे।

इन ईमेल्स के जारी होने के बाद हाउस डेमोक्रेट्स ने ट्रंप प्रशासन पर ‘एपस्टीन फाइल्स’ को छिपाने का आरोप लगाया है। कमिटी चेयरमैन जेमी रस्किन ने कहा, “ट्रंप जितना ज्यादा फाइल्स छिपाने की कोशिश करेंगे, उतना ही ज्यादा हम खुलासा करेंगे।”

नए डेमोक्रेट सांसद एडेलिता ग्रिजाल्वा की शपथ ग्रहण के साथ ही 218 वोटों का बहुमत बन गया है, जो अगले हफ्ते फाइल्स जारी करने पर वोटिंग करा सकता है। एक पोल के मुताबिक, 75% अमेरिकी फाइल्स जारी करने के पक्ष में हैं।

ट्रंप ने तुरंत ट्रुथ सोशल पर पलटवार किया, “डेमोक्रेट्स जेफ्री एपस्टीन होक्स को फिर से उछाल रहे हैं ताकि शटडाउन और अपनी नाकामियों से ध्यान भटकाएं।” व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने कहा कि ये ‘चुनिंदा ईमेल्स’ ट्रंप को बदनाम करने की साजिश हैं। उन्होंने ग्यूफ्रे के बयान का हवाला देते हुए कहा कि ट्रंप ने एपस्टीन को दशकों पहले क्लब से निकाल दिया था। रिपब्लिकन्स ने भी 23,000 दस्तावेज जारी किए, लेकिन उनमें ट्रंप का जिक्र ज्यादातर राजनीतिक संदर्भ में है।

एक ईमेल में एपस्टीन ने ट्रंप को ‘बिलियनेयर टॉम बैरक’ को ‘डोनाल्ड को दे दिया’ होने का जिक्र किया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं कि मजाक था या नहीं। ये खुलासे ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में एपस्टीन कांड को फिर से सुर्खियों में ला रहे हैं, जहां न्याय विभाग पर फाइल्स छिपाने के आरोप लग रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ये राजनीतिक रूप से नुकसानदायक हैं, लेकिन कानूनी कार्रवाई की संभावना कम है।

यह मामला अमेरिकी राजनीति में ट्रंप के पुराने रिश्तों पर सवाल खड़े कर रहा है, जहां एपस्टीन की ‘ब्लैक बुक’ में ट्रंप, बिल क्लिंटन और प्रिंस एंड्र्यू जैसे नाम शामिल हैं। आने वाले दिनों में और दस्तावेज जारी होने से सनसनी बढ़ सकती है।

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