Rao IAS Coaching Case: आज सुबह राव आईएएस कोचिंग सेंटर की और से मृतक छात्रों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया गया। इसके बाद आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राजिंदर नगर में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों से मुलाकात की। संजय सिंह ने बताया कि, सिविल सेवा कोचिंग सेंटर के बाढ़ वाले बेसमेंट में डूबने से तीन छात्रों की मौत के बाद उनकी याद में वह एक लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए वह अपने सांसद निधि से ₹ 3 करोड़ का दान भी देंगे। छात्रों के साथ बातचीत करते हुए आप नेता ने कहा कि, दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम इस दुर्घटना के शिकार छात्रों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देंगे और एक लाइब्रेरी बनाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि, मैं इन्हें बनाने के लिए अपने एमपीलेड फंड से एक-एक करोड़ रुपये दूंगा। सरकार ने कोचिंग सेंटरों को विनियमित करने के लिए एक कानून बनाने का फैसला किया है, जिसमें छात्रों के सुझाव भी शामिल होंगे।
धरने पर बैठे छात्र कर रहे जवाबदेही की मांग
सांसद संजय सिंह से बात करते हुए, विरोध कर रहे छात्रों ने राऊ के आईएएस स्टडी सर्कल में हुए इस हादसे के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही तय करने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है।
छात्रों की मांगों का एक-एक कर जवाब देते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कि, कोचिंग सेंटर के मालिकों और सरकार को मिलकर एक कल्याण कोष बनाना चाहिए। कोष से जरूरत पड़ने पर छात्रों की मदद की जा सके। उन्होंने कहा कि साथ ही छात्रों की शिकायतों को दूर करने और उनके समाधान के लिए एक स्थायी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि, छात्रों के सुझाव सुनने के बाद दिल्ली सरकार दिल्ली में कोचिंग सेंटरों को विनियमित करने के लिए एक कानून बनाने जा रही है। उन्होंने बताया कि, इसके लिए आदेश भी जारी कर दिया गया है।
बता दे की आज सुबह ही राव आईएएस कोचिंग सेंटर की ओर से मृतक छात्रों के परिजनों को 50 50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई, लेकिन छात्र मांग उठा रहे हैं जो आरोपी है उनको सजा मिले।