चर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड में एक के बाद एक खुलासे हो रहे है। इस हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को श्रद्धा की हत्या करने पर पछतावा जरूर है। लेकिन शव के टुकड़े करने पर कोई पछतावा नहीं है। आफताब ने अपने बचाव में यानि खुद को बचाने के लिए शव के टुकड़े किए थे। उसके पास शव को ठिकाने लगाने का कोई और चारा नहीं था। हालांकि उसे श्रद्धा की मौत पर पछतावा जरूर है। उसका कहना है कि उसे उसकी मौत पर पछतावा है। उसकी किस्मत खराब है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसका श्रद्धा से मुंबई के समय से ही झगड़ा होना शुरू हो गया था। श्रद्धा उसे बर्तनों से मारती थी तो वह उसे थप्पड़ मारता था। इस झगड़े में उसने श्रद्धा की हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी पूछताछ में हंसता रहा। पुलिस उसे मना करती थी तब भी वह हंसता रहता था। इस बीच पिछले छह महीने दिल्ली में बारिश भी हुई है। पुलिस को शव के टुकड़े करने वाले औजार भी नहीं मिले हैं। आरोपी ने ऑरी, ब्लेड व चापर आदि को 100 फुटा रोड पर रखे एमसीडी के बड़े वाले कूड़े के ड्रम में डाल दिया था। ऐसे में ये औजार कूड़े के साथ चले गए। सवाल ये है कि क्या पुलिस आरोपी को बिना सबूत के सजा दिला पाएंगी।