नोएडा में मिलावटी खाद्य पदार्थों का खुलासा, फूड विभाग के सैंपल फेल — स्वास्थ्य को बड़ा खतरा

नोएडा। शहर और आसपास के इलाक़ों में मिलावटी और खराब गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों की बिक्री को लेकर फूड विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। हाल ही में विभाग की टीमों ने मिठाइयों, दूध, मसालों, तेल और पैक्ड फूड के कई सैंपल लिए, जिनमें से बड़ी संख्या मानकों पर फेल पाई गई। अधिकारियों के अनुसार, कुछ दुकानों और फैक्ट्रियों में मिलावट का स्तर बेहद गंभीर था, जो सीधे उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।

खाद्य पदार्थों के नमूने फेल, लगा लाखों का जुर्माना
बता दें कि खाद्य विभाग की जांच में काफी पदार्थों के नमूने फेल होने पर बारबेक्यू नेशन समेत 21 संस्थानों पर 49.20 लाख रुपये का जुर्माना लगा है। एडीएम प्रशासन की कोर्ट ने 30 दिन में जुर्माना राशि जमा करने का आदेश दिया है। यह कार्रवाई खाने की गुणवत्ता खराब मिलने और कलाकंद, पनीर, लाल चटनी, खोया, बूंदी के लड्डू में मिलावट पर की गई है।
सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय सर्वेश मिश्रा का बयान
सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय सर्वेश मिश्रा ने बताया कि खाने की गुणवत्ता खराब मिलने पर बारबेक्यू नेशन पर 1.05 लाख रुपये का जुर्मना लगाया गया है। इसके अलावा मामूरा की प्रधान मार्केट की ताज हलाल चिकन शॉप पर पंजीकरण नहीं होने पर एक लाख का जुर्माना लगाया। उन्होंने कहा कि लाल चटनी मानकों पर फेल होने पर सूरजपुर के यूनिक मोमोज एंड चाइनीज कॉर्नर पर 3.50 लाख, बेसन में कमी मिलने पर नोएडा सेक्टर-121 के एबी इंटरप्राइजेज पर 50 हजार, हरी चटनी में कमी मिलने पर शिव नाडर यूनिर्वसिटी में पुलकित मलहोत्रा पर 25000 हजार का जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण नहीं होने पर हलाल चिकन मीट शॉप तुगलपुर पर एक लाख, मिक्सड दूध में कमी मिलने पर दयानतपुर के रवि कश्यप पर 3.50 लाख, सेक्टर-63 में जेजी इंटरनेशनल के येलो चिली रेस्तरां से गुथा आटा मानकों पर फेल होने पर 25 हजार का जुर्माना लगाया गया है।

नोएडा में इस पर लगा जुर्माना

वहीं, नोएडा के सेक्टर-27 की शुद्ध गढ़वाल पनीर एंड खोया भंडार पर 3.10 लाख, सेक्टर-58 नोएडा के बिशनपुरा स्थित न्यू अग्रवाल स्वीट्स हाउस पर 4.50 लाख, सेक्टर-12 के रॉयल पैराडाइज शॉपिंग कॉम्प्लेक्स स्थित अग्रवाल स्वीट्स पर 3.60 लाख, नोएडा के सेक्टर-67 की स्पाइस फास्ट फूड कंपनी पर 3.10 लाख का जुर्माना लगाया गया है। ग्रेनो वेस्ट में फ्यूजन होम्स मार्केट में पूजा डेयर पर 50 हजार, ब्लिंक कॉमर्श पर 30 हजार, धूम मानिकपुर स्थित ऑटोपोलिस टेक्नोलॉजीज पर 4.10-4.10 लाख, रामपुर जागीर की सद्दाम मीट शॉप पर 1.50 लाख, नोएडा के डेली मार्ट आदि पर जुर्माना लगाया गया है।

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मिलावटी खाना क्यों है खतरनाक? कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा?

खाद्य विशेषज्ञों के अनुसार, मिलावटी खाने से शरीर पर तुरंत और लंबे समय तक असर पड़ सकता है। संभावित बीमारियाँ इस प्रकार हैं:

1. फूड पॉइज़निंग

मिलावटी तेल, पुराना भोजन या नकली रंग के सेवन से उल्टी, दस्त, बुखार और पेट दर्द की समस्या हो सकती है।

2. लिवर और किडनी को नुकसान

सिंथेटिक रंग और केमिकल्स (जैसे मेटानिल येलो, यूरिया, डिटर्जेंट आदि) लिवर और किडनी को धीरे-धीरे कमजोर कर सकते हैं।

3. हार्ट डिजीज़

बार-बार इस्तेमाल किए गए या मिलावटी तेल ट्रांस फैट बढ़ाते हैं, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

4. कैंसर का जोखिम

कुछ मिलावटों में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स लंबे समय तक सेवन करने पर कार्सिनोजेनिक (कैंसर पैदा करने वाले) माने जाते हैं।

5. हार्मोनल असंतुलन

मिलावटी दूध और मिठाइयों में मौजूद कुछ रसायन शरीर के हार्मोन संतुलन को खराब कर सकते हैं, जो बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष रूप से हानिकारक है।

6. एलर्जी और त्वचा रोग

नकली रंग और फ्लेवर त्वचा पर रैशेज़, एलर्जी व सांस की समस्या पैदा कर सकते हैं।

फूड विभाग की अपील

विभाग ने लोगों से अपील की है कि खाने-पीने की चीज़ें खरीदते समय केवल भरोसेमंद दुकानों का चुनाव करें, पैक्ड फूड पर MRP और एक्सपायरी डेट अवश्य जांचें तथा संदिग्ध गुणवत्ता पर तुरंत शिकायत दर्ज करवाएं।

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