Noida Authority Ex CEO Mohinder Singh: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित स्मारक घोटाले में मंगलवार को उसे समय नया मोड़ आ गया जब विजिलेंस विभाग ने उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण निगम के अपर परियोजना प्रबंधक राजवीर सिंह के नोएडा के ठिकानों पर जमकर छापेमारी की। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई नोएडा प्राधिकरण के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह दरअसल, बसपा के कार्यकाल में तैनात रहे अफसरों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे है जिसकी जांच ईडी समेत कई एंजेसी कर रही है। से की गई लगभग 8 घंटे की पूछताछ के बाद की गई। इसके अलावा तीन अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की कार्रवाई की सूचना है। दरअसल, बसपा के कार्यकाल में तैनात रहे अफसरों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे है जिसकी जांच ईडी समेत कई एंजेसी कर रही है।
स्मारक घोटाल: मोहिंदर सिंह ने खोले राज
सूत्र बताते हैं कि विजिलेंस जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, राजवीर सिंह आए से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है । जांच में पाया गया कि, उन्होंने अपने पद पर रहते हुए 1, 78, 27, 143 रुपए कि आय अंकित दर्ज की जबकि खर्च 2, 67, 32, 462 रुपए दर्ज किया। इस प्रकार उनके द्वारा89, 05, 319 का का अतिरिक्त खर्च किया। सूत्र बताते हैं कि पूछताछ के दौरान दो तत्कालीन बसपा सरकार के मंत्री, 8 पीसीएस अधिकारी के नाम उजागर किए हैं ,साथ ही वर्ष 2007 से 2011 के दौरान उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, नोएडा में बनाए गए स्मारक और पार्क के निर्माण कार्य से जुड़े अन्य कार्य में अरबो रुपए का घोटाले की जांच की जा रही है।
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