ACF Campaign : तीन लाख की स्क्रीनिंग, मिले 5212 लक्षण युक्त मरीज

ACF Campaign : गाजियाबाद। सक्रिय क्षय रोगी खोज (एसीएफ) अभियान के तहत अब तक जिले में 94 क्षय रोगी खोजे जा चुके हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भवतोष शंखधर ने बताया कि इनमें से 68 रोगी स्पुटम (बलगम का नमूना) जांच और 26 रोगी क्लीनिकल डायग्नोसिस से खोजे गए हैं।

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उन्होंने बताया – 23 नवंबर से शुरू हुए एसीएफ के दौरान अब तक करीब 3.23 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। स्क्रीनिंग में कुल 5212 लोगों में टीबी से मिलते-जुलते लक्षण पाए गए, हालांकि एसीएफ के दौरान अब तक कुल 7259 व्यक्तियों की स्पुटम (बलगम) के नमूने लिए गए हैं। एसीएफ पांच दिसंबर तक चलेगा।
सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि एसीएफ के दौरान इतनी संख्या में क्षय रोगी मिलने का मतलब है कि समुदाय में टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ी है और लोग टीबी की जांच कराने के लिए आगे आ रहे हैं। कम समय में अधिक क्षय रोगियों को खोजकर उपचार पर लाने से ही टीबी संक्रमण की चेन टूटेगी।

डॉ. शंखधर ने कहा कि फेफड़ों की टीबी एक संक्रामक रोग है जो सांस के जरिए फैलता है। रोगी की पहचान होने तक वह अपने संपर्क में आने वाले अन्य लोगों को संक्रमण दे सकता है, जबकि उपचार शुरू होने के दो माह बाद रोगी से अन्य लोगों को संक्रमित होने खतरा नहीं रहता है। इसलिए विभाग एसीएफ चलाकर एक साथ अधिक से अधिक रोगियों को उपचार पर लाने का प्रयास करता है।
सीएमओ ने जनपद वासियों से अपील की है कि दो सप्ताह से अधिक खांसी या बुखार, खांसते समय बलगम या खून आना, थकान, सीने में दर्द, वजन कम होना और रात में सोते समय पसीना आना, टीबी के लक्षण हो सकते हैं। इनमें से कोई भी लक्षण होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीबी की जांच कराएं। एसीएफ टीम घर पर पहुंचे तो उसे सही जानकारी उपलब्ध कराकर मदद करें और टीम के कहने पर स्पुटम जांच के लिए अवश्य दें।

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