फ्लैट में चल रहा था सेक्स रैकेट, भाजपा नेत्री के पति का नाम

Varanasi Police News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पुलिस ने सोमवार रात को एक बड़े ऑपरेशन में स्पा सेंटर के नाम पर चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया। छापेमारी के दौरान भाजपा नेत्री शालिनी यादव के पति अरुण यादव के नाम पर रजिस्टर्ड फ्लैट समेत दो जगहों से कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 9 युवतियां शामिल हैं। पुलिस ने नकदी, आपत्तिजनक सामग्री, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा जब्त कर लिया है। यह मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में होने से राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।

छापेमारी की पूरी कार्रवाई
वाराणसी की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी-2) टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर सिगरा थाना क्षेत्र में दो स्थानों पर एक साथ दबिश दी। पहली जगह स्मार्ट बाजार के पास ए.बी. मैरिज लॉन के निकट स्थित मेलोडी स्पा सेंटर थी, जहां 4 युवतियों और 4 पुरुष ग्राहकों को हिरासत में लिया गया। दूसरी जगह त्रिनेत्र भवन (शक्ति शिक्षा अपार्टमेंट) के फ्लैट नंबर 112 पर 5 युवतियों को पकड़ा गया। कुल 13 गिरफ्तारियां हुईं, जिसमें 9 युवतियां आसपास के जिलों से लाई गई बताई जा रही हैं। छापेमारी के दौरान इलाके में हड़कंप मच गया और कई लोग भागने की कोशिश करते पाए गए।

पुलिस ने स्पा सेंटर से 23,100 रुपये नकदी और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की, जबकि फ्लैट से रजिस्टर, मोबाइल फोन, आपत्तिजनक वस्तुएं और कूड़ेदान से मिले सामान जब्त किए गए। दोनों जगहों को सील कर दिया गया है और सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल डेटा का फोरेंसिक विश्लेषण कराया जा रहा है। सिगरा थाने में विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। एसओजी प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि फ्लैट का उपयोग लंबे समय से वेश्यावृत्ति के लिए किया जा रहा था, और लड़कियों को आसपास के जिलों से बुलाया जाता था।

फ्लैट का विवादित इतिहास
यह फ्लैट अरुण यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है, जो भाजपा नेत्री शालिनी यादव के पति हैं। दिलचस्प बात यह है कि यही फ्लैट कोरोना महामारी के दौरान भी सुर्खियों में रहा था। मई 2021 में यहां इंदौर की एक कंपनी के नाम पर नकली सैनिटाइजर बनाने का रैकेट पकड़ा गया था। पुलिस ने तीन स्थानों से 2,000 लीटर से अधिक नकली सैनिटाइजर जब्त किए थे, और फ्लैट में ही लेबल छापने के लिए प्रिंटिंग प्रेस चल रहा था। अब इस फ्लैट से फिर से अवैध गतिविधियों का खुलासा होने से सवाल उठ रहे हैं कि मालिक ने किराए पर देते समय सतर्कता क्यों नहीं बरती। पुलिस मालिकाना हक और किरायेदारी दस्तावेजों की जांच कर रही है।

शालिनी यादव का राजनीतिक सफर
शालिनी यादव फैशन डिजाइनर हैं और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से ऑनर्स इन आर्ट्स की डिग्री धारक हैं। उनका राजनीतिक सफर उनके ससुर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता श्याम लाल यादव से प्रेरित है, जो राज्यसभा के उपसभापति भी रह चुके हैं। 2017 में शालिनी ने कांग्रेस के टिकट पर वाराणसी महानगर निगम के मेयर चुनाव लड़ा और 1,13,345 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहीं। 2019 में समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होकर वे वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ीं और लगभग 2 लाख वोट लेकर फिर दूसरे नंबर पर रहीं। 24 जुलाई 2023 को सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं, लेकिन वर्तमान में कोई आधिकारिक पद नहीं संभाल रही हैं।

मामले पर शालिनी यादव ने मीडिया को दिए बयान में कहा, “यह मेरी छवि खराब करने की साजिश है। मैं जल्द ही पूरे मामले पर जवाब दूंगी।” सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा गरम है, जहां विपक्षी नेता इसे भाजपा की ‘नैतिकता’ पर सवाल उठाने का मौका बना रहे हैं। एक एक्स पोस्ट में लिखा गया, “2019 में मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली शालिनी यादव 2023 में भाजपा में शामिल होकर आज बड़ा कांड कर दिया है!”

पुलिस ने जांच जारी रखी है और संभावित अन्य संलिप्त लोगों की तलाश कर रही है। यह घटना वाराणसी पुलिस की अनैतिकता के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है, जो शहर की छवि को साफ करने की दिशा में एक कदम मानी जा रही है।

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