सौदा कर टोकन मनी के नाम पर ठगी करने वाला पकड़ा

एक हजार करोड़ की जमीन हड़पने के लिए राजकुमार अग्रवाल बन गया गैंगस्टर
ghaziabad news राजकुमार गर्ग नाम के एक मामूली से प्रोपर्टी डीलर को आज से सात साल पहले पता लगा कि अर्थला मेट्रो स्टेशन के सामने राजकुमार अग्रवाल पुत्र गोपालदास की 33 एकड़ जमीन खाली पड़ी है। इस जमीन की कीमत करीब एक हजार करोड़ रुपए है। साहिबाबाद निवासी राजकुमार अग्रवाल यहां नहीं रहते हैं। मूलरूप से मुजफ्फरनगर निवासी राजकुमार गर्ग पुत्र सूरजमल गर्ग इस जमीन पर कब्जा करने की नीयत से खुद ही राजकुमार अग्रवाल पुत्र गोपालदास बन गया। आरोपी ने अपने आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में नाम परिवर्तन करा लिया। पुराने बैंक एकाउंट बंद कर दिए। बदले गए नाम से तैयार कराए गए दस्तावेजों से नए बैंक एकाउंट खोल लिए। फिर इस जमीन को अपना बताते हुए ग्राहक ढूंढकर उनसे टोकन मनी के नाम पर रकम ऐंठनी शुरू कर दी। फर्जी डीड तैयार कर टोकन मनी लेने के बाद यह गायब हो जाता था और अपना मोबाइल भी बंद कर देता था। कुछ दिनों बाद वह नए मोबाइल नंबर के सहारे नए ग्राहक से संपर्क करता और उसके साथ भी फर्जी डीड बनाकर टोकन मनी के नाम पर ठगी कर लेता था।

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19 सितंबर, 2024 को साहिबाबाद थाने में धोखाधड़ी कर अर्थला गांव में खसरा संख्या – 1162, 1218, 1217/2, 1255/1, 1275, 1274 एवं 1271 की भूमि के फर्जी दस्तावेज दर्ज करने वाले गिरोह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मुकदमें में वांछित चल रहे गैंगस्टर राजकुमार गर्ग पुत्र सूरजमल गर्ग को साहिबाबाद पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। गैंगस्टर के खिलाफ साहिबाबाद थाने में धोखाधड़ी से संबंधित सात मुकदमें दर्ज हैं। मूलरूप से मुजफ्फरनगर के अबूपुरा मोहल्ला निवासी राजकुमार गर्ग फिलहाल माधवपुरम, मेरठ में रहता है। अभियुक्त ने 18 वर्ष की आयु में गाजियाबाद आकर प्रोपर्टी डीलर का काम शुरू कर दिया था। 2017 में उसकी नजर राजकुमार अग्रवाल की करोड़ों की जमीन पर पड़ी थी।
अब तक पांच से वसूले डेढ़ करोड़
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल के मुताबिक अभियुक्त ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि राजकुमार गर्ग से राजकुमार अग्रवाल बनकर गैंगस्टर ने राजकुमार अग्रवाल के नाम वाले अर्थला गांव के 32 खसरा नंबरों के फर्जी दस्तावेज तैयार करा लिए। गैंगस्टर अब तक पांच लोगों से जमीन का सौदा कर टोकन मनी के रूप में डेढ़ करोड़ रुपये की रकम ऐंठ चुका है। अभियुक्त ने बताया कि वह नए – नए ग्राहक ढूंढकर अर्थला मेट्रो स्टेशन के सामने खाली पड़ी जमीन को अपना बताकर सौदा कर लेता था और फिर टोकन मनी लेने के बाद गायब हो जाता था।

सात बार तैयार करा चुका है फर्जी डीड
डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि राजकुमार गर्ग बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है। इसके गैंग में शामिल चार अन्य पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। अब तक की जांच में राजकुमार गर्ग सात बार राजकुमार अग्रवाल की उक्त जमीन की फर्जी डीड तैयार कर चुका है और इनमें से पांच लोगों से टोकन मनी के नाम पर मोटी- माटी रकम ऐंठी है। अब तक ठगी का शिकार हुए लोगों में दिल्ली के कोंडली इलाके निवासी रविंद्र सिंह पुत्र करन सिंह और शाहदरा इलाके निवाासी दिलीप सिंह पुत्र प्रवेंद्र सिंह आदि शामिल हैं।

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