मामदानी की ऐतिहासिक जीत
न्यूयॉर्क सिटी बोर्ड ऑफ इलेक्शन के आंकड़ों के मुताबिक, मामदानी को करीब 50.2 प्रतिशत वोट (लगभग 7.82 लाख) मिले, जो पूर्व गवर्नर एंड्र्यू क्यूमो (41.5 प्रतिशत) और रिपब्लिकन कर्टिस स्लिवा को पछाड़ने के लिए काफी थे। यह चुनाव 1969 के बाद सबसे ज्यादा वोटिंग टर्नआउट वाला रहा, जिसमें 20 लाख से ज्यादा वोट पड़े। मामदानी ने अपनी कैंपेन में किराया फ्रीज, सार्वजनिक बाल देखभाल, मुफ्त सिटी बसें, $30 प्रति घंटा न्यूनतम मजदूरी और अमीरों पर टैक्स बढ़ाने जैसे वादे किए, जो युवाओं, आप्रवासियों और आर्थिक असमानता से जूझते वोटरों को खूब भाए।
मामदानी का जन्म युगांडा में हुआ, लेकिन वे भारतीय मूल के हैं—उनकी मां मलयाली फिल्म निर्देशक शाजी करुन की पूर्व पत्नी हैं, जबकि पिता गुजराती मूल के प्रोफेसर। न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली मेंबर रह चुके मामदानी डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स ऑफ अमेरिका (DSA) के प्रमुख चेहरे हैं। उनकी जीत ने डेमोक्रेटिक पार्टी में प्रोग्रेसिव धड़े को मजबूती दी है, लेकिन मॉडरेट्स और यहूदी समुदाय के कुछ वर्गों में विवाद भी खड़ा किया है, खासकर फिलिस्तीन समर्थन और पुलिस फंडिंग कटौती जैसे मुद्दों पर।
ट्रंप का तीखा विरोध
राष्ट्रपति ट्रंप ने चुनावी कैंपेन को राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया। उन्होंने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया: “कर्टिस स्लिवा को वोट देना मामदानी को वोट देना है।” ट्रंप ने क्यूमो का समर्थन किया, जो जून की डेमोक्रेटिक प्राइमरी में मामदानी से हार चुके थे। एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, “न्यूयॉर्क को कम्युनिस्ट के हाथों बर्बाद होते देखना पसंद नहीं। फेडरल फंडिंग न्यूनतम रखूंगा, क्योंकि पैसा बर्बाद होगा।” यहां तक कि ट्रंप ने यहूदी वोटरों को चेतावनी दी: “मामदानी को वोट देने वाला कोई यहूदी व्यक्ति मूर्ख है!”
लेकिन निजी तौर पर ट्रंप की राय अलग बताई जा रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने मामदानी को “चालाक और अच्छा स्पीकर” कहा है, जो उन्हें एक काबिल राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बनाता है। जीत के तुरंत बाद ट्रंप ने मियामी में कहा: “देखते हैं कम्युनिस्ट न्यूयॉर्क में क्या करता है। हम मदद करेंगे… थोड़ी बहुत।” मामदानी ने जवाब में कहा: “ट्रंप की धमकियों से डरेंगे नहीं। न्यूयॉर्क अप्रवासियों का शहर है, और हम ट्रंप के अत्याचार का सामना करेंगे।”
आने वाली चुनौतियां
मामदानी का कार्यकाल जनवरी 2026 से शुरू होगा, लेकिन ट्रंप प्रशासन की चुनौतियां तुरंत सामने आ सकती हैं। ट्रंप ने नेशनल गार्ड तैनाती और फंडिंग कटौती की धमकी दी है, खासकर अपराध और आप्रवासन पर। मामदानी ने “गुड मॉर्निंग अमेरिका” पर कहा: “अगर ट्रंप को सुरक्षा की चिंता है, तो वे रिपब्लिकन राज्य पहले संभालें। हम टैक्स बढ़ाकर $9 बिलियन जुटाएंगे—ट्रंप-प्रूफ सिटी बनाएंगे।” विशेषज्ञों का मानना है कि यह टकराव 2026 मिडटर्म चुनावों को प्रभावित करेगा, जहां मामदानी डेमोक्रेट्स के लिए प्रतीक बन सकते हैं।
यह जीत डेमोक्रेट्स के लिए राहत है, जो ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में संघर्ष कर रहे हैं। न्यू जर्सी और वर्जीनिया में भी डेमोक्रेटिक जीत हुईं। लेकिन मामदानी को गवर्नेंस का अनुभव कम होने से स्थानीय चुनौतियां—like क्राइम, हाउसिंग और इकोनॉमी—बढ़ सकती हैं। फिलहाल, न्यूयॉर्क की सड़कों पर जश्न का माहौल है, लेकिन वाशिंगटन से आने वाली तूफान की आहट साफ सुनाई दे रही है।

