ताजमहल में इतालवी पर्यटकों की साड़ी खुलने पर महिला कांस्टेबल ने की मदद, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

Taj Mahal, Agra: उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल घूमने आईं दो इतालवी महिलाओं की साड़ी खुलने की असहज स्थिति में एक महिला पुलिस अधिकारी ने तुरंत मदद का हाथ बढ़ाया। यह हृदयस्पर्शी घटना शनिवार दोपहर करीब 3 बजे ताजमहल के वेस्टर्न गेट पर घटी, जब पर्यटक पारंपरिक भारतीय परिधान में सफेद संगमरमर के प्रतीक को निहार रही थीं। कांस्टेबल लक्ष्मी देवी की संवेदनशीलता ने न केवल पर्यटकों को राहत दी, बल्कि सोशल मीडिया पर ‘अतिथि देवो भव:’ की भावना को जीवंत कर दिया।

घटना तब घटी जब एक समूह में शामिल इतालवी महिलाएं, जो पहली बार ताजमहल का दीदार करने आई थीं, साड़ी पहनने में असहज महसूस करने लगीं। विदेशी पर्यटक होने के कारण उन्हें भारतीय परिधान की बारीकियां समझने में कठिनाई हो रही थी, और साड़ी ढीली होकर खुलने लगी। इससे वे शर्मिंदा और असहज हो गईं। ताज सुरक्षा पुलिस स्टेशन की क्विक रिस्पॉन्स टीम में तैनात कांस्टेबल लक्ष्मी देवी ने यह नजारा देखा और बिना देर किए आगे बढ़ीं। उन्होंने धैर्यपूर्वक महिलाओं को साड़ी सही तरीके से पहनाने में सहायता की, और उन्हें साड़ी ड्रेपिंग की सही तकनीक भी सिखाईं।

वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि कांस्टेबल लक्ष्मी महिलाओं के साथ खड़ी होकर साड़ी को ठीक करती हुईं नजर आ रही हैं, जबकि पर्यटक ध्यान से उनकी बात सुन रही हैं। मदद मिलने के बाद दोनों महिलाओं ने उत्साह से लक्ष्मी का धन्यवाद किया और उनके साथ फोटो भी खिंचवाईं। यह पूरी घटना अन्य पर्यटकों द्वारा रिकॉर्ड की गई और सोशल मीडिया पर शेयर होते ही वायरल हो गई। आगरा पुलिस ने खुद इस वीडियो को ट्विटर (एक्स) पर साझा किया, जिसमें कैप्शन दिया गया- “भारतीय साड़ी, विदेशी मेहमान और आगरा पुलिस की संवेदनशीलता।”
सोशल मीडिया यूजर्स ने इस कृत्य की खूब तारीफ की। एक यूजर ने लिखा, “यह वर्दी में आतिथ्य का बेहतरीन उदाहरण है।”

वहीं, दूसरे ने कहा, “ताजमहल जैसी धरोहर पर न केवल सुरक्षा, बल्कि सांस्कृतिक संवेदनशीलता भी जरूरी है।” यह घटना भारतीय संस्कृति की ‘अतिथि देवो भव:’ की परंपरा को दर्शाती है, जहां मेहमानों को भगवान के समान सम्मान दिया जाता है।

आगरा, जो विश्व धरोहर स्थल ताजमहल के कारण लाखों विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है, ऐसी घटनाओं से पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पर्यटकों की सुरक्षा और सहायता उनकी प्राथमिकता है, खासकर जब वे स्थानीय रीति-रिवाजों से अनजान होते हैं।

कांस्टेबल लक्ष्मी की इस पहल ने न केवल आगरा पुलिस की छवि को मजबूत किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के बीच भारत की मेजबानी की मिसाल भी कायम की।

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