• इफको और आईपीएल डीएपी की हजारों खाली बोतलें और बैग (3400 भरी बोतलें, 500 खाली बोतलें सहित)
• विभिन्न कंपनियों के अन्य कीटनाशक पैकेट (जैसे रीजे-2, क्लोरपायरीफॉस, टेरिन आदि)
• सफेद, नीला और काला पाउडर (कुल लगभग 942 किलो विभिन्न कट्टों में)
• पैकिंग मशीन, सिलाई मशीन, तौल मशीन और खाली बोरियां (कुछ पर प्रधानमंत्री की फोटो भी लगी)
बरामद सामग्री की बाजार कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है। सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं, जबकि पूरी सामग्री सीज कर दी गई।
कार्रवाई के दौरान एक मजदूर को मौके से पकड़ा गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है। कुछ रिपोर्ट्स में अपना दल (एस) के एक पूर्व नेता शिवम तिवारी का नाम भी जुड़ा है, जो देवमणि तिवारी का करीबी बताया जाता है। आरोप है कि यह अवैध कारोबार राजनीतिक संरक्षण में चल रहा था, हालांकि शिवम को पार्टी से पहले ही निष्कासित किया जा चुका है।
जिला कृषि अधिकारी ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। यह मामला किसानों के साथ बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का है, क्योंकि नकली खाद-दवाएं फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं। फिलहाल जांच जारी है और किसी बड़ी गिरफ्तारी की खबर नहीं आई है।
यह घटना अमेठी में राजनीतिक हलचल मचा सकती है, जहां पहले भी ऐसे अवैध धंधों के आरोप लगते रहे हैं।

