बस में कुल लगभग 12 यात्री सवार बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में मौतों की संख्या 6 से 7 के बीच बताई गई थी, लेकिन ज्यादातर स्रोतों ने 7 मौतों की पुष्टि की है। घायलों की संख्या 5 से 11 तक बताई जा रही है, जिनमें कई की हालत गंभीर है।
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस तेज रफ्तार में थी और यह इलाका बेहद खतरनाक मोड़ों वाला है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, SDRF (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं। दुर्गम इलाके के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में चुनौतियां आ रही हैं, लेकिन घायलों को खाई से निकालकर नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। गंभीर घायलों को रामनगर या हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों के त्वरित और बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं। सीएम खुद पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं।
हादसे के कारणों की जांच जारी
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक कारण तेज रफ्तार और संकरे खतरनाक रास्ते को बताया जा रहा है। मृतकों और घायलों की आधिकारिक सूची की पुष्टि का इंतजार है।
यह हादसा उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा की चुनौतियों को फिर से उजागर करता है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और स्थिति पर लगातार अपडेट आ रहे हैं।

