घटना जालौन के डकोर थाना क्षेत्र के कुसमिलिया (कुशमिलिया) गांव की है। मृतका छात्रा का नाम माया (उम्र लगभग 16-18 वर्ष) बताया जा रहा है। वह 11वीं कक्षा में पढ़ती थी। परिजनों के अनुसार, माया पिछले कई दिनों से पिता तुलसीराम से नया आईफोन दिलाने की जिद कर रही थी। उसने पिता को स्पष्ट धमकी दी थी कि अगर दो दिनों में आईफोन नहीं दिलाया गया तो वह जान दे देगी।
पिता तुलसीराम आर्थिक रूप से मजबूत नहीं हैं और परिवार की स्थिति ऐसी नहीं थी कि महंगा फोन खरीद सकें। उन्होंने बेटी को समझाने की कोशिश की और दूसरा सस्ता मोबाइल दिलाने का वादा भी किया, लेकिन माया नहीं मानी। शनिवार को जब माता-पिता काम पर गए थे, तब माया ने घर में ही जहरीला पदार्थ खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे पहले उरई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां से गंभीर हालत देखते हुए झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। रविवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पिता तुलसीराम ने मीडिया से बातचीत में कहा, “बेटी ने हर जिद पूरी कराई, लेकिन इस बार मजबूरी थी। हमने समझाया, लेकिन वह नहीं मानी और यह कदम उठा लिया।” परिवार में मातम पसरा हुआ है और गांव में भी शोक की लहर है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी तक कोई नया अपडेट सामने नहीं आया है, लेकिन यह घटना बच्चों में महंगे गैजेट्स की बढ़ती चाहत और उसके दुष्परिणामों पर गंभीर सवाल उठा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में अभिभावकों को बच्चों से खुलकर बात करनी चाहिए और काउंसलिंग की जरूरत पर जोर देना चाहिए।

